14 सितम्बर :हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी पाठकों को समर्पित अपना एक नया मंच ‘बुकनर्ड्स हिन्दी’ लांच किया

बुकनर्ड्स जो विगत छह सालों से देश विदेश के लोगों को किताबों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है , 14 सितम्बर हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी पाठकों को समर्पित अपना एक नया मंच ‘बुकनर्ड्स हिन्दी’ लांच किया । इसके विषय में संस्थापक नेहा राज ने कहा कि हिन्दी भाषा के प्रसार के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है । यह  हिन्दी किताबों और उनके पाठकों को एक मंच पर लाने की कोशिश है ।

कार्यक्रम के लांच पर मशहूर पत्रकार, उपन्यासकार व आज तक के एडिटर संजीव पालीवाल, लखनऊ यूनिवर्सिटी में हिन्दी के प्रोफेसर रविकांत व राजस्व अधिकारी सुरेंद्र मोहन फेसबुक लाइव व इंस्टाग्राम लाइव के जरिए पाठकों से जुड़े । हिन्दी के लिए इस मंच की जरूरत के साथ साथ उन्होंने अपनी किताबों पर भी चर्चा की । क्राइम फिक्शन पर केंद्रित संजीव पालीवाल की किताब पिशाच जो ‘एका वेस्ट लैंड’ से प्रकाशित हुई है , आजकल काफी चर्चित है । वहीं सुरेंद्र मोहन ने सिविल सर्विसेज पर आधारित ‘हौसले  की ऊंची उड़ान ‘ लिखी  है । रविकांत ने अपनी किताब ‘ आज के आईने में राष्ट्रवाद   ‘ पर अपनी बात की जो 2018 की बेस्ट सेलर किताब रही है ।

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