कोरोना संक्रमण की सम्भावित तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रदेश में स्कूलों का संचालन होने लगा है। प्रदेश में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्र स्कूल जाने लगे हैं। वहीं अब दूसरे चरण में जूनियर विद्यालयों को खोलने की तैयारी है। 16 अगस्त से जूनियर हाईस्कूल में कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ हो जाएगा। कक्षा छह से लेकर 8वीं में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल में एंट्री दी जाएगी। बच्चों की सुरक्षा सरकार के लिए पहली प्राथमिकता है,इसके लिए स्कूलों में सुरक्षा से जुड़े सभी इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। राज्य के 4100 जूनियर हाईस्कूलों में सरकार की तरफ से सैनेटाइजर, मास्क आदि भी मुहैया कराए जाएंगे। छठी से आठवीं स्तर तक के 5234 स्कूलों में से 4156 के लिए सरकार ने विशेष प्रकार से कोविड बजट जारी किया है। इन स्कूलों की भोजन माताओं के लिए एप्रेन, हेड कवर और दस्ताने भी दिए जाएंगे। एसपीडी बंशीधर तिवारी ने इसके आदेश जारी किए है । स्कूलों को छात्र संख्या के मुताबित 400 से एक हजार रुपये की विशेष ग्रांट दी गई है। आपको यह भी बता दें कि प्रदेश में 16 से 25 छात्र संख्या के 961 स्कूल हैं। जबकि 1549 स्कूलों में 26 से 50 छात्र संख्या है। इसी प्रकार से 51 से 100 छात्र संख्या वाले स्कूलों की संख्या 1076 है।
वहीं 429 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें 100 से 200 तक छात्र पढ़ते हैं।प्रदेश में 201 से अधिक छात्र वाले 141 स्कूल हैं। पहले चरण में प्रदेश सरकार ने 2 अगस्त से नवीं से 12 वीं तक के स्कूल खोले थे। अब जूनियर स्कूलों को खोलने की तैयारी है। वहीं कोरोना संक्रमण को दृष्टि गत रखते हुए इस संबंध में एसओपी जारी कर दी गई है। जारी किये गए आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि कोई भी छात्र बिना मास्क स्कूल आता है तो ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल को मास्क की व्यवस्था करनी होगी। स्कूल खुलने के दौरान सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। दरअसल, स्कूल खोलने के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती दिए जाने के कारण विभाग पर एसओपी पालन को लेकर अतिरिक्त दबाव है। इसे मध्यनजर रखते हुए सभी स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है।