उत्तराखंड -राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी होने लगी है, लेकिन बॉर्डर पर सख्ती जारी है। प्रदेश सरकार द्वारा कोविड कर्फ्यू को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। इसमें कई रिहायते भी दी गई हैं, हालांकि उत्तराखंड में दाखिल होने के नियम अब भी सख्त हैं। दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आने वालों को बॉर्डर पर आरटीपीसीआर, एंटीजन और ट्रूनेट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी, तभी एंट्री की परमिशन दी जाएगी। यदि आप बाहरी राज्य से उत्तराखंड आ रहे हैं तो सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन करे। दूसरे राज्यों से आने वालों को 72 घंटे के अंदर की गयी कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। इसके बिना राज्य में दाखिल होने की अनुमति नहीं मिलेगी। कोरोना संक्रमण रोकथाम को लेकर सरकार द्वारा प्र्तेक स्तर सख्ती बरती जा रही है, हालांकि इससे पर्यटकों की मुश्किलें जरूर बढ़ गई हैं। अनलॉक में मिली ढील के बाद नैनीताल और मसूरी जैसे शहरों में पर्यटकों का खूब जमावड़ा लगा हुआ है। वीकएंड पर यहां बाजार पर्यटकों से गुलजार नजर आ रहे हैं, परन्तु सरकार की सख्ती के चलते अब भी कई लोग उत्तराखंड आने से बच रहे हैं।
पर्यटकों ने सोचा था कि एक जुलाई से उत्तराखंड में एंट्री के नियमों में कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। सरकार अभी नरमी के मूड में नहीं है, इसकी वजह भी आप को बताते हैं। दरअसल देश के कुछ राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस मिले हैं, इसे मध्यनजर रखते हुए प्रदेश सरकार पूर्ण
रूप से सतर्कता बरत रही है। आज राज्य सरकार ने कोविड कर्फ्यू एक हफ्ते बढ़ाने का ऐलान किया है। हालांकि नैनीताल और मसूरी जैसे शहरों को राहत देते हुए यहां रविवार को बजार खोलने की अनुमति दी गई है। वहीं अब जिम और कोचिंग सेंटर भी 50 फीसदी क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे। में अभी स्कूली छात्रों को कोचिंग सेंटर में नहीं बुलाया जाएगा। सिर्फ करियर ओरिएंटेड बच्चे ही कोचिंग सेंटर में आ सकेंगे। बाजार हफ्ते में 6 दिन खोले जा सकेंगे । मॉल और सिनेमाघर फिलहाल बंद ही रहेंगे।