
देहरादून – राज्य के पर्यटन,सिंचाई व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमें केदारनाथ
की आपदा से सीख लेनी चाहिए। पुनः से इस भयंकर तबाही का मंजर ना देखना पड़े। अनावश्यक प्रकार से प्रकृति के दोहन से बचना चाहिए।
राज्य के पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को अपने सुभाष रोड पर स्थित कैंप कार्यालय पर उत्तराखंड के केदारनाथ सहित पहाड़ी जनपदों में आठ वर्ष पूर्व 16 जून 2013 हुई भीषण दैविक आपदा में हजारों मृतक हुये श्रद्धालुओं की बरसी पर अपना दुख जताया साथ ही उनके परिजनों के प्रति सहानुभूति प्रकट की।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि 8वर्ष पूर्व भीषण आपदा में केदारनाथ और उसके आसपास बहुत ही भयंकर तबाही का मंजर देखने को मिला था। इस बीच उस वक्त जान माल का भी भारी नुकसान झेलना पड़ा था। आपदा में हजारों की संख्या में लोग हताहत हुए केदारनाथ आपदा की आठवीं बरसी पर उन्होंने कहा कि जिन -जिन परिवारों ने अपनों को खोया था उनके परिजनों के प्रति हमेशा मेरी सहानुभूति रहेगी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आपदा के पश्चात् से ही पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन से केदारपुरी को संवारने के साथ पुनर्निर्माण कार्यों पर विचार कर मंथन किया है।साथ ही
उन्होने कहा कि 16 जून 2013 में आई इस दैविक आपदा ने केदारनाथ में भयंकर प्रलय मचाया था ।इस जलप्रलय के खौफ ने घाटी के सैकड़ों परिवारों को मैदानों में पलायन करने पर मजबूर कर दिया था। इस त्रासदी से हमें सीख लेनी चाहिए।