
उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर नौ कैंची बैंड के पास अचानक पहाड़ी के दरकने से यात्रियों के मलबे में दबने की खबर आई है। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है। मलबे में दबने वाले यात्रियों की संख्या अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है
जानकारी मिली है कि आज 23 जून यानि सोमवार दोपहर करीब 3 बजे यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौ कैंची बैंड के पास अचानक पहाड़ी दरक गई। पहाड़ी से गिरे मलबे में कुछ तीर्थयात्रियों के दबने की आशंका जताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। बचाव दलों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
नौ कैंची बैंड के पास आवाजाही बंद
पहाड़ी से गिरे मबले में दबा हुआ एक यात्री दिखाई दे रहा था, जिसे बचाव दल ने इलाज के लिए तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुँचाया। वहीं बाकी दबे हुए यात्रियों की खोज जारी है। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल नौ कैंची बैंड के पास आवाजाही पर रोक लगा दी है। जानकीचट्टी चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने जानकारी दी है कि सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ मौके पर पहुँच गए। सुरक्षा के लिहाज से यात्रा मार्ग पर फिलहाल यात्रियों की आवाजाही रोक दी गई है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रास्ते में फंसे यात्रियों को भूस्खलन वाले क्षेत्र से बाहर निकाला और मलबे में फंसे यात्रियों की तलाश में जुट गई।
केदारनाथ धाम में भी भूस्खलन की समस्या
आपको बता दें कि मानसून शुरू होते ही उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में टूट-फूट का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर भी आए दिन भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। पहाड़ों में बारिश के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।