पिथौरागढ़: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 7वीं वाहिनी मिर्थी में तैनात एक जवान की अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दुखद मौत हो गई। मृतक जवान दो दिन की छुटी लेकर शादी समारोह में शामिल होने धारचूला जिला मुख्यालय के कुमौड़ क्षेत्र में गए थे। आज सुबह रांथी गांव के पैत्रिक घाट पर पूरे अन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के कुमौड़ और जाखनी के बीच स्थित सड़क पर देर रात एक व्यक्ति ने जवान को खून से लथपथ अवस्था में पड़ा हुआ देखा। उक्त व्यक्ति ने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112 पर सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायल जवान को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे में मृतक के सिर पर गंभीर चोटें आई थीं, जिससे यह आशंका मजबूत होती है कि उसे किसी तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मारी होगी। पुलिस जाँच में मृतक की पहचान रांथी (धारचूला), पिथौरागढ़ निवासी आईटीबीपी जवान कैलाश नाथ गोस्वामी (34 वर्ष), पुत्र दानी नाथ गोस्वामी के रूप में हुई। मृतक कैलाश नाथ गोस्वामी 5 जुलाई 2024 से आईटीबीपी की 7वीं वाहिनी में तैनात थे। जवान की अचानक मौत से उनके परिजनों सहित पूरी वाहिनी में शोक में है।जानकारी के अनुसार सातवीं वाहिनी मिर्थी में तैनात जवान कैलाश नाथ दो दिन की छुट्टी लेकर धारचूला जिला मुख्यालय के कुमौड़ क्षेत्र में आयोजित एक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। बीते सोमवार को कुमौड़ के घुपौड़ स्थित एक बारात घर में आयोजित विवाह समारोह में हिस्सा लेने के बाद जवान अपने घर लौट आया, जहाँ उसकी पत्नी किरण, सात वर्षीय बेटी आरुषि, और 11 माह का बेटा दक्ष रह रहे हैं। उसके बाद वे शाम करीब 7 बजे दोबारा बारात में शामिल होने के लिए घर से निकले। इस बीच वे अपने बड़े भाई से मिलने गए। उसके कुछ ही घंटे बाद देर रात ही हादसा हो गया।मृतक के पिता दानी नाथ गोस्वामी ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके बेटे की मौत अज्ञात वाहन की टक्कर लगने से हुई है और वे उचित जांच की मांग कर रहे हैं। कोतवाल ललित मोहन जोशी के अनुसार, घटना का कारण पता लगाने के लिए क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि हादसे के समय सड़क पर मौजूद संदिग्ध वाहनों और गतिविधियों की पहचान की जा सके। पुलिस ने मृतक का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जिसके बाद आज मंगलवार सुबह गांव के पैत्रिक घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। सेनानी और अन्य अधिकारियों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।









