हरादून: उत्तराखंड में बीते रविवार की रात से शुरू हुई बारिश के कारण नदियां-नाले और गदेरे उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर बहुत अधिक बढ़ गया है। मौसम विभाग (IMD) ने आज मंगलवार के लिए भी प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने हर जगह तबाही मचा दी है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं, वहीं नदियों का भी हर जगह जलस्तर बढ़ गया है। बीते सोमवार को भारी बारिश के चलते चमोली में बदरीनाथ हाईवे पर भी कहीं जगह भूस्खलन हुआ। जिस कारण यात्री घंटों तक सड़क के दोनों तरफ फंसे रहे। वहीं बीते सोमवार राजधानी देहरादून में भारी बारिश के कारण हर जगह बाढ़ जैसी समस्या जैसे हालत बन गए। देहरादून के कई गली-मोहल्लों में पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर भागने लगे। जिसके बाद उन क्षेत्रों में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भेजी, दोनों टीमों ने पानी में फंसे लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू किया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया।
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार आज मंगलवार 22 जुलाई को उत्तराखंड के सभी जिलों में बारिश होने की संभावना है। आज प्रदेश के उत्तरकाशी, टिहरी और देहरादून जिलों में बारिश का तीव्र दौर, गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन तीनों जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश के चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों में अनेक स्थानों पर गर्जन के साथ बारिश का तीव्र दौर और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। इसके अलावा हरिद्वार जिले में अनेक स्थानों पर हल्की बारिश और उधम सिंह नगर जिले में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
सावधान रहने की अपील
प्रशासन लगातार स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेने की अपील कर रहा है। प्रशासन ने पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, विशेषकर पहाड़ी और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें। बिजली कड़कने के समय खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रहें और अपने मोबाइल को चार्ज रखें तथा सरकारी अलर्ट्स पर ध्यान दें। नदी-नालों के पास न जाएं, जलस्तर किसी भी समय बढ़ सकता है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए हर साल मॉनसून भारी तबाही लाता है। इस बार भी प्रारंभिक संकेत गंभीर हैं, ऐसे में सतर्क रहें ताकि किसी भी अनहोनी से बच सकें।