देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों भारी बारिश के कारण हर जगह आपदा जैसा दृश्य हो रखा है, प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। आईएमडी ने आज 10 जुलाई को भी प्रदेश में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में बीते बुधवार रात को हुई भारी बारिश ने हर जगह तबाही मचा दी है। बीते बुधवार की रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण देहरादून में भी हर जगह पानी भर गया। जिस कारण पुलिस ने रात के समय रिस्पना और बिंदल नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया है। भारी बारिश के कारण प्रदेश की करीब 80 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास में प्रशासन जुटा हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार चमोली में 17, बागेश्वर में 9, अल्मोड़ा में एक, चंपावत में तीन, देहरादून में पांच, नैनीताल में सात, पौड़ी में 6, पिथौरागढ़ में 15, रुद्रप्रयाग में चार, उत्तरकाशी में राजमार्ग सहित 12 और टिहरी जनपद में 8 सड़कें बंद हैं। भारी बारिश के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोहबगड़ में मलबा आ गया, जिससे हाईवे बाधित हो गया। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बारिश के चलते सोनप्रयाग में कुछ समय के लिए यात्रियों को रोका गया।
मौसम का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार आज गुरूवार 10 जुलाई उत्तराखंड के सभी जनपदों में बारिश की संभावना है। आज प्रदेश के देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिलों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी से भारी बारिश होने की संभावना को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है । मौसम विभाग ने प्रदेश के बाकी जिलों में भी गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं राजधानी देहरादून में आज भारी बारिश के अलर्ट के चलते जिलाधिकारी सविन बंसल ने सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। देहरादून में आज भारी बारिश होने के संभावना के चलते अलर्ट जारी किया गया है। आज दून का अधिकतम तापमान 30°C के लगभग रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में आगामी 14 जुलाई तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। वहीं कल 11 जुलाई को भी प्रदेश के देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, चमोली, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ व बागेश्वर जनपदों के ज्यादातर स्थानों में और बाकी जनपदों के कुछ स्थानों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बादल फटने की संभावना को लेकर भी सतर्क रहने की चेतावनी दी है।