दि नैनीताल बैंक लिमिटेड की एलआर साह रोड शाखा में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बैंक की आंतरिक जांच एवं ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक राहुल पंत सहित चार लोगों के विरुद्ध कोतवाली अल्मोड़ा में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किए जाने की संस्तुति की गई है।
बैंक के वर्तमान शाखा प्रबंधक प्रकाश चंद्र पुजारी द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, दिनांक बीते 31 मार्च को एलआर साह रोड शाखा के दो खातों से संबंधित आर्थिक अपराध को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद बैंक ने गठित जांच समिति ने विस्तृत अन्वेषण किया, जिसमें कुल 37 ऋण खातों में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने की पुष्टि हुई।
जांच में सामने आया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक राहुल पंत ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए स्वीकृत सीमा से अधिक ऋण प्रदान किए, ऋण सीमाओं में अनधिकृत वृद्धि की, दस्तावेजों में हेराफेरी की और खाताधारकों की अनुमति के बिना लेन-देन किया। कुछ मामलों में खाताधारकों के साथ मिलीभगत भी पाई गई।
इन 37 खातों में से दो खातों को अप्रैल 2025 में तथा शेष 35 खातों को सितंबर 2025 में ‘फ्रॉड’ घोषित किया गया। बैंक के अनुसार, 25 सितंबर तक लगभग 6.09 करोड़ रुपये की सार्वजनिक धनराशि की हानि हो चुकी है, जो ब्याज के साथ आगे और बढ़ सकती है। मामले की सूचना भारतीय रिजर्व बैंक को भी नियमानुसार दे दी गई है। बैंक ने राहुल पंत, अपरा बिष्ट, विद्या बिष्ट और शुभम पंत के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।









