देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभाग का वार्षिक कैलेंडर जारी किया। इस दौरान उन्होंने होमगार्ड कर्मियों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णयों की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को होमगार्ड स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग़ किया, इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा कि अब होमगार्ड जवानों को प्रत्येक वर्ष 12 आकस्मिक अवकाश (कजुअल लीव) प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त महिला होमगार्डों को मातृत्व अवकाश की सुविधा भी दी जाएगी, जो अब तक उपलब्ध नहीं थी। उन्होंने 9000 फीट से अधिक ऊँचाई पर तैनात होमगार्ड कर्मियों को पुलिस और एसडीआरएफ के समान 200 रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। इसके साथ ही, जिन होमगार्डों ने एसडीआरएफ से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उन्हें प्रतिदिन 100 रुपये अतिरिक्त भत्ता दिया जाएगा।
दोबारा शुरू होगा वर्दी भत्ता
उन्होंने कहा कि लंबे समय से बंद पड़ा वर्दी भत्ता दोबारा शुरू किया जा रहा है। इसके अलावा होमगार्डों को मिलने वाले भोजन भत्ते में 50% की बढ़ोतरी की गई है। वहीं ट्रेनिंग भत्ता को 50 रुपये से बढ़ाकर 140 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है, जिससे प्रशिक्षण अवधि के दौरान मिलने वाले लाभ में बड़ी वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री धामी ने इस कार्यक्रम के आखिर में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, सैनिकों और नागरिकों के साथ दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने शहीदों के सम्मान और उनके परिवारों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को एक बार फिर दोहराया।
जनरल बिपिन रावत की चतुर्थ पुण्यतिथि
मुख्यमंत्री धामी इस समारोह के उपरांत कनक चौक स्थित उस पार्क पहुँचे, जहाँ भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा स्थापित है। मुख्यमंत्री ने जनरल रावत की चतुर्थ पुण्यतिथि के अवसर पर प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके पराक्रम, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्र-सेवा के प्रति उनके अटूट समर्पण को याद करते हुए कहा कि वे न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश का गौरव थे। जनरल बिपिन रावत का जीवन देशभक्ति, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित करता रहेगा।









