राजधानी देहरादून में थाना पटेल नगर क्षेत्र के मुस्लिम कॉलोनी में 13 साल के बच्चे के अपहरण के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है,पुलिस की सही प्लानिग के चलते जहां पुलिस ने फिरौती की रकम के साथ ने दो आरोपियों को अरेस्ट किया वहीं बच्चे को भी सकुशल घर पहुँचने मे कामयाब रही।
दरअसल, रविवार को दिन के ढाई बजे पटेलनगर थाने को एक सूचना मिली। सूचना देने वाले व्यक्ति ने अपना नाम महूमद आबिद बताया और कहा कि उनको एक कॉल आया है और कॉल करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उन्होंने उनका 13 साल का बेटा महमूद अली को किडनैप कर दिया है, जो फिलहाल सुरक्षित है और उसकी सुरक्षा के लिए 2 लाख रुपये देने होंगे नही तो उसके बच्चे की हत्या कर देंगे, साथ ही ये भी कहा कि किडनैपिंग की सूचना पुलिस या फिर किसी को दी तो बच्चे से हाथ धोना पड़ सकता है ,जिसके बाद पिता आबिद ने पूरे इलाके बच्चे की तलाश की लेकिन उनका बच्चा कहीं मिल नही रहा है। पिता ने पुलिस को ये भी कहा कि वो एक ओटो चलता है उसके पास अभी 2 लाख रुपये नही हैं। सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हुई छानबीन में जुट गई।
मामला 13 साल के बच्चे का था तो पुलिस ने बड़ी ही सूझबूझ से काम लिया और तुरंत ही रणनीति बनाई और sog सहित 5 टीमो का गठन किया जिसमें एसओजी की टीम मोबाइल लोकेशन और नंबर को ट्रेस करने में जुटी तो एक टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की छानबीन की ओर अन्य दो टीमो ने देहरादून के अलग अलग क्षेत्रों में मोर्चा संभाला और बच्चे की तलाश में जुटी।
पुलिस की रणनीति के अनुसार पुलिस ने किडनैपर्स के कहे अनुसार एक बैग में डेढ़ लाख रुपये रख कर किडनैपर्स के दिये हुए एडर्स जो कि लक्ष्मण सिद्द मन्दिर के जंगल के इलाके का था जहां फ़िरौती की रकम भेजने की बात कही थी। पुलिस ने फिरौती वाले बैग में अत्याधुनिक ट्रैकिंग डिवाइस लगाई ताकि अपहरणकर्ताओं के पास बैग जाने के बाद उनकी लोकायिओं मिलती रहे। पुलिस ने जंगल के उस इलाके को चारों तरफ से घेर लिया जहां किडनैपर्स ने पैसे छोड़ने की बात कही जैसे ही एक किडनैपर्स ने पसे का बैग उठाया पुलिस ने उसे घेर कर अरेस्ट किया लेकिन मौके से एक किडनैपर्स बाइक में फरार हो गया।
वहीं पकड़े गये किडनैपर्स मुमताज ने बताया कि बच्चा प्रेमनगर स्थित टी गार्डन में खड़ी गाड़ी में सुरक्षित है। जिसके साथ दूसरा किडनैपर अबरार मौजूद है। आरोपी मुमताज की निशानदेही पर पुलिस ने वैगनआर गाड़ी में बच्चे के साथ मौजूद आरोपी अबरार को भी अरेस्ट किया। और बच्चे को उसके घर मे सकुशल भेजा।
वहीं पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले हैं , और पिछले 4 सालों से देहरादून के मुस्लिम बस्ती में किराए पर रहते हैं। और देहरादून में मजदूरी का काम करते हैं लेकिन कुछ समय से काम में कमी और पैसों की तंगी के आते हुए उन्होंने यह रणनीति बनाई की किसी बच्चे को किडनैप कर फिरौती की रकम वसूल करेंगे । जिसमें पूरी रणनीति मुस्तकीम ने बनाई और रणनीति के अनुसार मुस्तकीम और मुमताज ने पहले बच्चे को बहला-फुसलाकर बाइक मैं बैठा कर टी स्टेटस लेकर आए फिर बच्चे से ही उसके पिता का नम्बर ले कर फिरौती के लिए कॉल करेंगे। इस पूरी रणनीति के लिए आरोपियों ने करीब 3 महीने तक इलाके में छानबीन भी की थी।
पूरे मामले की रणनीति मुस्तकीम ने बनाई थी जो कि फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है जिसकी पुलिस लगातार ढूंढ खोज कर रही है