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कूर्मांचल परिषद, गढी शाखा द्वारा आज 16 जुलाई 2021 प्राचीन शिव एवं हनुमान मंदिर कौलागढ़ में डिकारे पूजा के साथ हरेला कार्यक्रम सफल रूप से संपादित हुआ जिसमें सर्वप्रथम पंडित काली प्रसाद नौटियाल द्वारा डिकारे अर्थात शिव परिवार की पारंपरिक पूजा अर्चना के साथ विभिन्न पारंपरिक पहाड़ी व्यंजनों का भोग लगाकर एवं आरती करके पूजा का कार्य सम्पन्न किया गया, तत्पश्चात सभी बड़ों द्वारा अपने से छोटे लोगो को पाँव से शुरू को के सिर तक हरेला लगाकर आशीर्वचन दिए गए और उसके साथ ही गणेश भजन द्वारा शुभारंभ करके शिवजी, देवी माता तथा सभी देवी देवताओं के भजन कीर्तन गाएँ गये!
कुमाऊँ की विशेष पहचान हरेला हरियाली का प्रतीक आज पूरे प्रदेश में वृहद रूप में पर्यावरणीय संरक्षण हेतु सभी के लिए एक जाना माना पर्व हो गया है। परंतु कुमाऊँ में आज भी हरेले लिए अन्य पर्वों की तरह विशेष उल्लास और उत्साह देखने को मिलता है। जिसमें नये कपड़ों के साथ विभिन्न प्रकार के पहाड़ी पकवान जैसे सिंगल, बड़े, पूरी, रोट, खीर, पुए, सें,हलवा, कचोरी,आलू के गुटके, भांग की चटनी, अरबी, चने की सब्जी ,रायता आदि सभी पकवान बड़े हर्षोल्लास के साथ, बनाएँ एवं खाये जाते हैं। बीज के महत्व को समझने वाला और उस वर्तमान के बीज से, भविष्य में बड़े होने वाले पेड़ तक का सफर इस हरेला त्योहार के माध्यम से पूर्ण होता है।
पर्यावरण संरक्षण के साथ आपसी प्रेम,सौहार्द और मेलजोल की भावना को बढ़ाने वाला यह त्यौहार सभी के लिए मंगल कारी हो। उन्होंने सभी को हरेला पर्व की शुभ कामनाये भी दी।
कार्यक्रम मे पंडित निवास नौटियाल , केन्द्रीय अध्यक्ष कमल रजवार, महासचिव चंद शेखर जोशी, उपाध्यक्ष प्रेमा तिवारी, शाखा अध्यक्ष दामोदर कांडपाल,हरीश चंद्र पांडेय, केशव दत्त जोशी, गोपाल दत्त दुमका, शैलेश डोभाल एवं महिलाओं में पुष्पा पंत, कमला उप्रेती, रमा कांडपाल ,उमा कांडपाल, शोभा जोशी, तनुजा तिवारी, रेणुका डबराल, सविता स्वरूप, मालती साहू ,अंकिता कांडपाल, राघवी लोहनी, नेहा डबराल आदि उपस्थित रहे! कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय सांस्कृतिक सचिव बबिता साह लोहनी द्वारा किया गया!