प्रदेश में घूमने आ रहे सैलानी अभी भी फर्जी कोरोना रिपोर्ट लाने से नहीं आ रहे बाज हैं। वहीं 60 लोगों के पास से फर्जी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट पकड़ी गई। उन्हें चेतावनी भी दी गई। मौके पर जांच कराकर आगे भेजा गया । उधर, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग कानूनी पेचीदगी से बचने के कारण ज्यादा मुकदमे कराने से बच रहे हैं। अभी इस प्रकरण में एक ही दिन में चार लोगों पर मुकदमा हुए थे। देहरादून के आशारोड़ी चेक पोस्ट पर कोरोना जांच के नोडल अधिकारी डा. एक्यू अंसारी ने बताया कि अब कई लोग तो मोबाइलपर भी फर्जी रिपोर्ट लेकर आ रहे हैं।हार्ड कॉपी नहीं ला रहे हैं, लेकिन फिर भी बार कोड से जांच की गई तो रिपोर्ट फर्जी निकली। लोगों को लगता है कि मोबाइल में टीम जांच नहीं करेगी। जबकि ऐसा नहीं है। ऐसे लोगों की दोबारा जांच कराई गई है और जाँच रिपोर्ट कब्जे में ली गई है। निरंतर इस तरह की जांच की जाती रहेगी। लोगों को समझना चाहिए कि वो कोरोना की फर्जी रिपोर्ट न लेकर आये । इससे उनकी बदनामी तो होती ही हैऔर साथ ही पुलिस की कार्रवाई में भी फंस सकते हैं।