तेज रफ्तार ज़िदगी में भी कभी कभी ऐसे मामले आ ही जाते हैं कि व्यक्ति एक पल ठहरकर ऐसे मामलों को सुनता है, समझता है और फिर ऊपरवाले की तरफ देखते हुए मंद-मंद मुस्कुराते हुए आगे चल देता है। ऐसा ही एक मामला जनपद हरिद्वार के थाना भगवानपुर पुलिस के सामने आया जहां मात्र 12 वर्ष की
मासूम बच्ची अपने घर से अकेले ही 1558 किलोमीटर दूर पहुंच गयी। जिसको सकुशल उसके परिजनों के सुपुर्द कर भगवानपुर पुलिस भी संतृप्त हुई।
जी हां, सही सुना आपने ये हकीकत है,बता दे की थाना भगवानपुर क्षेत्र के गांव —, — की रहने वाली मात्र 12 साल की मासूम बच्ची जो घर से निकली तो थी नज़दीक ही पानी लेने पर खेल खेल में पहुंच गयी बोरीवेली मुम्बई। आश्चर्य की बात ये भी है कि भगवानपुर से मुम्बई तक का सफर तय करने के लिए इस छोटी सी बच्ची ने बस का भी सफर किया और ट्रेन का भी परन्तु पूरे सफर में कोई भी सज्जन व्यक्ति ऐसा न मिला जो उस नन्ही सी मासूम बच्ची को पूछ लेता कि “बेटा आप अकेले कहां जा रहे हो।”
बता दें कि बीती 20 अगस्त को बच्ची के पिता ने थाना भगवानपुर कार्यालय में आकर मामला बताए जाने पर तुरंत मुकदमा कायम किया गया और नाबालिक बच्ची के एकाएक इस तरह से न मिलने पर संवेदनशील भगवानपुर थानाध्यक्ष पी०डी० भट्ट ने स्थिति को भांपते हुए चौकी काली नदी के इंचार्ज SI पुष्पेन्द्र सिंह को बच्ची की सकुशल बरामदगी की जिम्मेदारी सौंपी तथा हुए टीम का गठन किया। गठित टीम ने गुमशुदा की तलाश के लिए लाभप्रद सूचना संकलन करने के साथ-साथ विभिन्न आधुनिक संचार साधनों की मदद लेते हुए प्रतेक संभावित तरीके से दिन और रात अथक प्रयास कर बच्ची की सूचना मुंबई से प्राप्त होने पर तत्काल परिजनों को अपने साथ ले जाकर थाना बोरीवेली मुम्बई महाराष्ट्र से सकुशल बरामद कर वैधानिक कार्यवाही की गयी और उसके बाद बच्ची को उसके माता/पिता को सौंपा गया । पूर्ण कुशलता के साथ एक-दूसरे से मिलकर पूरा परिवार खुश है। इस नाजुक मामले को अति संवेदनशीलता से लेते हुए बच्ची को सकुशल बरामद कराए जाने पर क्षेत्री की जनता ने भगवानपुर पुलिस का आभार व्यक्त किया और कहा – “धन्यवाद हरिद्वार पुलिस।”