देहरादून में बच्चे के शोषण का मामला संज्ञान में आया है। घर में काम करने वाले आठ वर्षीय मासूम बच्चे को एक व्यक्ति ने चोरी का आरोप लगाकर बेल्ट से
बुरी तरह पिटाई कर दी। उसकी पिटाई से खौफ में आया बच्चा घर से भाग निकला और पड़ोस में खड़ी कार के नीचे जा छिप गया । पुलिस को सूचना प्राप्त हुई तो उसका रेस्क्यू कर इलाज कराया गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया।
यह मामला राजधानी दून स्थित लक्खीबाग चौकी क्षेत्र का है। एक व्यक्ति ने कंट्रोल रूम में सूचना दी थी कि एक बच्चा उनकी गाड़ी के नीचे छिपा हुआ है। बच्चा रो भी रहा है। मौके पर एसआई पंकज कुमार महिला कांस्टेबलों को लेकर पहुंचे। बच्चे को गाड़ी के नीचे से निकाला गया तो पुलिस के भी होश उड़ गए। मासूम बच्चे की कमर और पेट पर बेल्ट के निशान पड़े हुए थे। पूरी कमर पिटाई से लाल हो गई थी। बच्चे ने बताया कि वह जसमीत सिंह भाटिया निवासी लक्खीबाग के यहां झाड़ू पोंछा करता है।
बच्चे ने पुलिस को बताया कि मंगलवार सुबह जसमीत ने उस पर चोरी का आरोप लगा रहा था। उसने इंकार किया तो जसमीत उसे बेल्ट से बुरी तरह मारने लगा। काफी देर तक उसे बेल्ट से पीटा तो वह मौका पाकर वहां से भाग निकला और कार के नीचे जा छिप गया ।
इस मामले में एसआई पंकज कुमार की तरफ से ही जसमीत सिंह के विरुद्ध मारपीट, बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम और बाल संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। वहीं कुछ देर बाद ही आरोपी जसमीत को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद बाल कल्याण समिति की सुपुर्दगी में दे दिया गया है।
बच्चे से जब पुलिस ने जानकारी ली तो पता चला कि उसकी मां उसे कुछ ही माह पूर्व यहां छोड़कर चली गई थी। इसके बाद से वह जसमीत के घर पर झाड़ू पोंछा का काम कर रहा था। उसकी मां लखनऊ में रहती है। कोतवाल रितेश साह ने बताया कि इस मामले में एक टीम को लखनऊ भेजा जा रहा है ताकि उसकी मां का पता किया जा सके।