
उत्तराखंड देवभूमि यूं तो हर प्रकार से अपनी खूबसूरती के चलते जानी जाती है ।साथ ही प्राकृतिक और सुंदर पहाड़ों की चलते यह अपनी छटा देश विदेश में बिखेरता है ।चाहे बात की जय सुंदर सुंदर पहाड़ों की झरनों की या फिर औषधीय गुणों से भरपूर पेड़ पौधों की तो यह अपने आप में एक उत्तराखंड के लिए वरदान है आपको बता दें कि उत्तराखंड में अनेकों पेड़ पौधे है जो शुद्ध हवा के साथ-साथ बहु उपयोगी भी माने जाते हैं ।पेड़ों में से एक पेड़ है । काफल का जी हां काफल अपने खट्टे मीठे स्वाद के लिए उत्तराखंड में फलों के राजा के रूप में भी जाना जाता है। तो वहीं इन दिनों का फल पक चुका है और लोग काफल को लेने टोलियो में जंगल जाते हैं और इसे तोड़कर लाते हैं जिसे चटनी के साथ मिलाकर बड़े ही स्वाद के साथ खाया जाता है ।काफल देवभूमि उत्तराखंड का स्वादिष्ट और पौष्टिक फल माना जाता है ।यह सिर्फ एक फल ही नहीं बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति का हिस्सा भी है ,यदि का फल को बचाया नहीं गया तो यह फल और संस्कृति एक दिन हो सकती है ।काफल औषधीय गुणों से भरपूर है ,बता दें कि का फल में बड़ी मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं ।तो वहीं विशेषज्ञों का मानना है|
काफल में बहुत अधिक विटामिन होते हैं और इसके साथ-साथ इसमें फाइबर तत्व होने से यह पेट की कब्ज को भी दूर करता है इस फल को खाने की सलाह चिकित्सक भी देते हैं ।बता दें कि यह फल इन दिनों पहाड़ी क्षेत्रों में खूब देखने को मिल रहा है औरआजकल बाजारों में 400 से 500 रुपए किलो की दर से बिक रहा है और ग्राहक इस फल को हाथों-हाथ खरीद रहे हैं|
इस बार तो काफल राजधानी देहरादून के घंटाघर पर भी बिकता हुआ नजर आ रहा है और इस फल के शौकीन इस फल को बड़े ही चाव के साथ खरीद रहे हैं और खरीदे भी क्यों ना क्योंकि यह इतना गुणकारी जो है इसमें विटामिंस तो भरपूर है ही साथ में फाइबर और यह पेट संबंधी विकार को भी दूर करता है यदि आपको भी का फल कहीं पर दिखाई दे तो देर न करें तुरंत खरीद ले |