उत्तराखंड : राजधानी देहरादून से एक बेहद दुःखद ख़बर सामने आ रही है। जहां हाईटेंशन लाइन की चपेट में मासूम जुड़वा बच्चे आ गये वहीं उपचार के उन्हें निजी अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया । इस दौरान दोनों मासूमों की मौत हो गई है। इस घटना में झुलसने के बाद उनका महंत अस्पताल में इलाज चल रहा था। आज शुक्रवार को दोनों ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि दोनों जुड़वां बच्चे घर की छत पर खेल रहे थे, जबकि उनकी मां पानी की मोटर चलाकर छत की सफाई कर रही थीं। बारिश के कारण छत गीली थी और जिस कारण से दोनों मासूम बच्चे हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए, और दोनों इसमें झुलस गए। इनमें से एक बच्चे का पैर करंट से फट गया।
वही जानकारी के मुताबिक, बुधवार दोपहर को प्रेमनगर क्षेत्र के बनियावाला स्थिति सेवली गांव नंदन एन्क्लेव में टावर संख्या 36 व 37 के बीच दो सात साल के मासूम बच्चे प्रिंस और गोलू पुत्र शेरसिंह बिष्ट अपने घर की छत पर पानी के पाइप से खेल रहे थे।अचानक से बगल से गई 135 केवी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में मासूम बच्चे आ गए, जिसमें दोनों बुरी तरह से झुलस गए। इस घटना के बाद से पूरे मोहल्ले में अफरा तफरी मच गई। वही आनन फानन में दोनों के परिजन प्रेमनगर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने इलाज की व्यवस्था न होने का हवाला देते हुए मासूमों को कोरोनेशन रेफर कर दिया। गौरतलब है कि अस्पताल से एंबुलेंस तक मुहैया नहीं करवाई गयी, जिसके बाद परिजन निजी गाड़ियों मेें कोरोनेेशन अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने बर्न वार्ड और आईसीयू में बेड न होने की बात कह कैलाश हॉस्पिटल में रेफर कर दिया। परिजन बच्चों को लेकर कैलाश अस्पताल लेकर पहुंचे, तो वहां भी डॉक्टरों ने बेड न होने की बात कहकर दोनों को श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल रेफर कर दिया। ऐसे हालत के चक्कर काटने के बाद परिजन श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल बच्चों को लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान दोनों की आज शुक्रवार को मौत हो गयी।