उत्तराखंड स्थित सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए इस मौके पर करीब 15 सौ से अधिक श्रद्धालु अंतिम अरदास में सम्मिलित हुए जहा सेना के जवान श्रद्धालुओं की सहायता के लिए मुस्तैद दिखे
हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रक्रिया सुबह 10 बजे सुखमणि साहिब का पाठ से आरंभ हुई थी सवा ग्यारह बजे से शबद-कीर्तन, दोपहर साढ़े बारह बजे इस वर्ष की अंतिम अरदास और एक बजे हुक्मनामा के बाद पवित्र गुरुग्रंथ साहब को पंच प्यारों की अगुवाई में दरबार हॉल से सतखण्ड ले जाया गया, जहां गुरुग्रंथ साहिब को पालकी साहिब में सुशोभित किया गया इसके बाद ठीक डेढ़ बजे कपाट बंद कर दिए गए