जादूगर ओपी शर्मा का जादू के प्रति बचपन से ही लगाव था। तब वह कक्षा द्वितीय में पढ़ते थे। जादू के शुरूआती करतब उन्होंने अपने बड़े भाई स्व.देवतानंद शर्मा से सीखे थे। जैसे-जैसे बड़े हुए उनकी प्रतिभा में निखार आता गया और उन्होने मायानगरी की दुनिया में अपना नाम स्थापित किया। मुंबई में डिजाइनर इंजीनियरिंग करने के दौरान ही उन्होंने व्यवसायिक शो करने शुरू किए थे। वहीं फिल्मी दुनिया से मंच, साज-सज्जा, मेकअप, लाइटिंग, साउंड, का बारीकी से अध्ययन करने के बाद जादू शो में समावेश कर जादू की कला को सुसज्जित किया मायानगरी के बादशाह बर्रा-दो निवासी 76 वर्षीय जादूगर ओम प्रकाश शर्मा उर्फ ओपी शर्मा (सीनियर) का गुर्दे की बीमारी के चलते शनिवार देर रात निधन हो गया। वह कल्याणपुर स्थित एक नर्सिंगहोम में एक सप्ताह से भर्ती थे। वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़े थे। कानपुर के मायानगरी के बादशाह बर्रा-दो निवासी 76 वर्षीय जादूगर ओम प्रकाश शर्मा उर्फ ओपी शर्मा (सीनियर) का गुर्दे की बीमारी के चलते शनिवार देर रात निधन हो गया है। वह कल्याणपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे।बेटे के मुताबिक पिता देश विदेश में 34 हजार से अधिक शो कर चुके हैं। उनका पहला व्यवसायिक शो मुंबई में किया था। उनके परिश्रम, प्रतिभा को देखते हुए इंडियन मैजिक मीडिया सर्कल ने उन्हें नेशनल मैजिक अवार्ड 2001 व शहंशाह ए जादू की महान उपाधि दी थी। उनके शो का सबसे चर्चित रगबिरंगा इंद्रजाल होता था।