
संचालक अमित पाल के नेतृत्व में गोशाला के कर्मचारी और क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता पालिका दफ्तर पहुंचे। उन्होंने पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। विरोध में अपने साथ लाए करीब आधा दर्जन गोवंश को पालिका दफ्तर में छोड़ दिया। उन्होंने अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट का घेराव भी किया। विरोध दर्ज कराते हुए अमित पाल और गिरीश डालाकोटी ने कहा कि नगर पालिका ने गोशाला के साथ अनुबंध किया हुआ है। लेकिन 10 माह से कोई भुगतान नहीं किया गया है। नगर पालिका क्षेत्र की निराश्रित गोवंश को गोशाला में रखा जाता है।
कहा कि बजट के अभाव में गोशाला के संचालन में भारी दिक्कतें हो रही हैं। वे गोशाला के कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रहे हैं। गोवंश के भूखों मरने की नौबत आ गई है। अनुबंध के अनुसार पालिका को प्रतिदिन 60 रुपये प्रति गाय के हिसाब से भुगतान करना है, लेकिन पालिका प्रशासन अनुबंध के मुताबिक भुगतान नहीं कर रहा है। पालिका पर उनका लाखों बकाया है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर पुलिस कर्मी भी तैनात रहे।
पालिका की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। फिर भी गोशाला को अब तक अलग अलग तिथियों में करीब 6.50 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। भुगतान को लेकर निदेशक शहरी विकास विभाग को भी लिखा गया है। समाधान के लिए शीघ्र बोर्ड बैठक बुलाई गई है। बैठक में इसे लेकर निर्णय लिया जाएगा। -बीपी भट्ट,अधिशासी अधिकारी नगर पालिका विकासनगर।भुगतान न होने पर श्रीकृष्ण धाम गोशाला सभावाला के संचालकों, कर्मचारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गोशाला की गायों को नगर पालिका विकासनगर के दफ्तर में छोड़ दिया। दो लाख का भुगतान होने पर मामला शांत हुआ। अधिशासी अधिकारी ने शीघ्र बोर्ड बैठक बुलाकर समाधान की बात कही।