ऑफ सीजन में फूल की दुकानों पर कुछ लोग ही नजर आते हैं। त्यौहारों और शादियों के सीजन में फूलों की बिक्री बढ़ जाती है। इसी कमाई से फूल कारोबारी साल भर का खर्च निकाल लेते हैं।आम तौर पर फूल कारोबारी डिमांड के अनुसार बाहरी इलाकों से
ऑर्डर पर फूल मंगाते हैं। सजावट के लिए आर्टिफिशियल फूलों का भी प्रचलन बड़ा है।त्यौहारों और शादी के सीजन में फूल-मालाओं की बिक्री बढ़ जाती है। बारात की कार डेकोरेशन के लिए आ रही हैं। विदेशी फूलों के साथ ही लोकल का गेंदा भी खूब बिक रहा है।शादी के सीजन में खास तौर पर
जरबेरा, ग्लाइड, गुलाब, गेंदा और कलरफुल गुलाब की सबसे ज्यादा डिमांड है। औसतन 50 किलो फूल रोजाना बिक रहे हैं। कोलकाता, दिल्ली, यूपी से विदेशी कट फ्लावर आते हैं।शादी के सीजन से ही साल भर का खर्च निकालते हैं। वर्तमान में कई लोग फूलों की ऑनलाइन डिमांड दे रहे हैं। इवेंट मैनेजर और बैक्वेट हॉल वाले भी फूलों का सेटअप खुद लाते हैं। इससे काम बंट गया है।