बागेश्वर। उत्तराखंड में मानसूनी वर्षा तेज होने लगी है। कपकोट, गरुड़, कौसानी, काफलीगैर, दुग नाकुरी और कांडा में बीते बुधवार की रात झमाझम वर्षा हुई। सुबह तक वर्षा होने से सरयू और गोमती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। चार मोटर मार्ग पर भारी मात्रा में मलबा, बोल्डर और पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित रहा। नदियों में सिल्ट आने से नगर समेत गांव तक पेयजल आपूर्ति चरमरा गई है। अधिकतर नलों में गंदे पानी की सप्लाई हुई। जिससे उपभोक्ताओं में आक्रोश है।
वर्षा से सरयू और गोमती का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार की सुबह तक वर्षा हुई। उसके बाद बादल छा गए हैं। दिन में धूप-छांव का खेल चला। अपराह्न बाद फिर वर्षा होने की संभावना बनी है। सरयू और गोमती नदी में सिल्ट आने से नलों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। उपभोक्ता गोविंद सिंह भंडारी, गीता जोशी, शिव दत्त पांडे, दिगंबर सिंह परिहार आदि ने कहा कि जल संस्थान गंदे पानी की आपूर्ति कर रहा है। उपभोक्ताओं के अधिकारों के साथ खिलवाड़ है।
कपकोट मोटर मार्ग के हरसिला के पास सड़क पर मलबा गिरने से अवरुद्ध हो गई है। वहीं किमी 54 में फरसाली-शामा मोटर मार्ग पर भी बोल्डर आदि गिर रहे हैं। धरमघर-मोटर मार्ग पर मलबा आने से वह भी यातायात के लिए बंद रहा। वर्षा तेज होने से सड़कों पर यात्रा करना दुर्घटना को न्यौता देना है। हालांकि जिला प्रशासन ने लोडर मशीनों के जरिए सड़कों को सुचारू करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
पीएमजीएसवाइ कपकोट के अनुसार लीती-गोगिना मोटर मार्ग के किमी तीन पर लगातार पत्थर गिर रहे हैं। जिसके कारण दुर्घटना का भय बना हुआ है। मार्ग को खोलने के लिए लोडर मशीन लगाई गई है। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि खतरे के कारण सुरक्षा के दृष्टिगत मोटर मार्ग को आवाजाही के लिए अग्रिम आदेशों तक बंद कर दिया गया है।