देहरादून। नशा तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा रोडवेज बस ड्राइवर सहित तीन अंर्तराज्यीय नशा तस्करों को 521 ग्राम स्मैक सहित गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से तस्करी में प्रयुक्त दो बाइक भी बरामद की गयी है। वहीं आरोपियों के अनुसार वह बरामद स्मैक यूपी पुलिस के एक सिपाही से लेकर आये थे जिसकी जांच की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि बीते एक सप्ताह से एसटीएफ को सूचनाए मिल रही थी कि उत्तराखण्ड में कुछ अर्तराज्यीय तस्कर सक्रिय है जो नशे की एक बड़ी खेप सहित आने वाले है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी। छानबीन में सूचना सही पाये जाने पर बीती शाम एएनटीएफ टीम द्वारा रूद्रपुर में उक्त नशा तस्करों की गिरफ्तारी हेतू जाल फैलाया गया। जिसके बाद एएनटीएफ टीम द्वारा दो बाइक सवार तीन लोगों को दबोचा गया। तलाशी के दौरान उनके पास से 521 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में उन्होने अपना नाम आम पुत्र अनीश अहमद निवासी बाग्गी थाना गंज रामपुर उत्तर प्रदेश, गुरदीप सिंह पुत्र बलविन्दर सिंह निवासी बिसरात नगर रामपुर उत्तर प्रदेश व जीशान अली पुत्र नबी अहमद निवासी मिलंक मंडी रामपुर उत्तर प्रदेश बताया। बताया कि वह बरामद स्मैक रामपुर में तैनात यूपी पुलिस के एक कांस्टेबल जिसका नाम रविकांत है से लेकर आये थे। जिसको उन्होने रूद्रपुर के इंदिरा चैक पहुंचाना था। बहरहाल एसटीएफ द्वारा इस मामले में यूपी पुलिस के कांस्टेबल की संलिप्तता की जांच कर रही है। बरामद स्मैक की कीमत 55 लाख रूपये आंकी गयी है। वहीं एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार किये गये तस्करों में गुरदीप सिंह यूपी रोडवेज का बस ड्राइवर है। जिसको उसके साथियों सहित न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।