कैलास मानसरोवर, आदि कैलास और ओम पर्वत दर्शन यात्रा 2025 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यात्रा को लेकर बुधवार को सेना और प्रशासन के बीच बैठक हुई। बैठक में यात्रा को सुगम बनाए जाने को लेकर चर्चा की गई।
कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी, स्थानीय सेना के ब्रिगेडियर गौतम पठानिया, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव सहित विभिन्न अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में कैलास मानसरोवर, आदि कैलास और ओम पर्वत दर्शन को लेकर विचार विमर्श किया।उच्च हिमालय में सुरक्षा की व्यवस्था सेना के हाथों में हैं। आदि कैलास और ओम पर्वत इसी क्षेत्र में हैं। कैलास मानसरोवर यात्रा का मार्ग भी उच्च हिमालय से ही है। यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य आदि मसलों पर भारतीय सेना प्रशासन को सहयोग देती है।बैठक में मौजूद ब्रिगेडियर गौतम पठानिया ने यात्रा को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उच्च हिमालय में यात्रा के संचालन में सेना पूरी मदद देगी। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने कहा कि यात्रा के लिए सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। बैठक में जिले में पशुपालन और मत्स्य पालन को बढ़ावा दिए जाने पर भी अधिकारियों के बीच चर्चा हुई।पिथौरागढ़: कोरोना काल से बंद पड़ी कैलास मानसरोवर यात्रा शुरू होने को लेकर स्थानीय लोग गदगद हैं। भारत और चीन के बीच पिछले दिनों कई स्तरों की बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई है।म्मीद की जा रही है कि 2025 में कैलास मानसरोवर यात्रा फिर शुरू होगी। इससे स्थानीय लोग खासे खुश हैं। यात्रा सीजन में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। धारचूला निवासी एचएस गुंज्याल ने कैलास मानसरोवर यात्रा के साथ ही पिथौरागढ़ जिले से होने वाले भारत-चीन व्यापार को फिर से शुरू किए जाने की मांग की है।