प्रदेश में तीन साल में 72 लोगों को गुलदार और बाघ अपना निवाला बना चुके हैं। इस साल अब तक 10 लोग गुलदार और बाघ के हमले का शिकार बन चुके हैं। सऊदी अरब में नौकरी कर रहे भौड़ गांव के रुकम सिंह की नौ साल की बेटी पूनम सोमवार अपराह्न करीब तीन बजे अपने घर के आंगन में अपनी बहनों प्रिया, गौरी और भाई प्रिंस के साथ खेल रही थी। उसकी मां ऊषा देवी खेत में काम करने गई थी।अब भिलंगना ब्लाक के भौड़ गांव में घर के आंगन में खेल रही नौ साल की बच्ची को गुलदार दिनदहाड़े उठा ले गया। उसका शव घर से कुछ दूर जंगल में पड़ा मिला।
शाम को करीब पांच बजे जब ऊषा देवी घर आई तो पूनम के न दिखने पर पूछताछ की गई। बड़ी बेटी प्रिया ने बताया कि वह काफी देर से नहीं दिखाई दे रही है। इसके बाद ऊषा देवी और ग्रामीणों ने पूनम की खोजबीन की तो करीब छह बजे गांव से चालीस मीटर दूर झाड़ियों में उसका अधखाया शव पड़ा मिला। इसके बाद गांव में कोहराम मच गया।रात में विधायक शक्तिलाल शाह भी गांव में पहुंचे और स्वजन को सांत्वना दी। इससे पहले 17 जुलाई को देवप्रयाग में गुलदार ने 17 वर्षीय किशोर को निवाला बना दिया था। दूसरे दिन वन विभाग ने पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ लिया था। कीर्तिनगर में भी उसी दिन एक ग्रामीण पर गुलदार ने हमला किया था। घायल होने के कारण गुलदार को पकड़ लिया गया था