अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले व्यवसाय जिसमें अधिसंख्य जनसंख्या प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़ी है एंव विकास से जुड़े कृषि विभाग में वर्षो से रिक्त पदों के सापेक्ष अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा दिनांक 02/08/2019 को 280 पदों हेतु भर्ती विज्ञप्ति जारी की गई थी परंतु परीक्षा तिथि 19/12/2020 से ठीक 3 दिन पहले 16/12/2020 पदों की संख्या 150 कर दी गई। लगभग 2200 कृषि स्नातकों ने परीक्षा हेतु आवेदन किया था। पदों की संख्या घटने से जहां कृषि सेवा में करियर बनाने का सपना देख रहे युवाओं में रोष व निराशा का जन्म हुआ वही परिजन भी सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं।
कृषि विभाग में फील्ड कर्मचारियों की इतनी अधिक संख्या में कमी तथा सरकार द्वारा भर्ती की संख्या को कम करना कृषि एवं कृषि विकास की अनदेखी है। भारत सरकार 2022 तक कृषकों की आय दुगनी करने का लक्ष्य लेकर चल रही है और दूसरी ओर राज्य सरकार के कृषि विभाग को विगत 2 वर्षों से लगातार कृषि कर्मण पुरस्कार भारत सरकार से प्राप्त हुआ है। इस क्रम में कल व आज प्रभावित अभ्यर्थियों द्वारा विधायकों व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री जी को सीटों की संख्या विज्ञप्ति के अनुसार 280 रखने की मांग की और विज्ञापित पदों के सापेक्ष भर्ती न किए जाने को युवाओं के साथ छल व कृषि एवं कृषकों के लिए नुकसानदेह बताया।
अधीनस्थ कृषि सेवा संघ के प्रदेश महामंत्री कुंदन सिंह मनोला जी ने कहा कि सरकार को सभी रिक्त पदों के सापेक्ष यथाशीघ्र भर्ती सुनिश्चित करनी चाहिए दिनांक 09 अप्रैल 2021 को अधीनस्थ कृषि सेवा संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन में मुख्य अतिथि रुप में शिरकत करने पहुंचे कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी ने सीधी भर्ती के सभी रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने का आश्वासन दिया था।