न्यजू डेस्क:उत्तराखंड खबर
प्रदेश में हो रही निरंतर बारिश के कारण कई अनेकों सड़क मार्ग बाधित हो गए है। वही भारतीय सेना बॉर्डर पर दुश्मनों के साथ ही बदरीनाथ हाईवे पर स्थित लामबगड़ भूस्खलन जोन से भी जूझ रही है। गुरुवार रात को भारी वर्षा के चलते करीब दो बजे लामबगड़ गदेरे में अधिक मात्रा में मलबा आ गया, वहीं मालवा आने से हाईवे अवरुरद्ध हो गया है।
शुक्रवार को चीन सीमा क्षेत्र से सेना के जवान सेना के वाहनों से जोशीमठ की तरफ आ रहे थे, परन्तु लामबगड़ में हाईवे बंद होने से वाहनों के पहिए रुक गए। बीआरओ की कोई भी मशीन मौके पर न होने पर सेना के तकरीबन 60 जवानों ने खुद ही हाईवे को आवाजाही के लिए खोलने का कार्य शुरू कर दिया।
जवानों ने लामबगड़ गदेरे में पत्थरों से भरान किया।उसके बाद मौके पर बीआरओ की दो जेसीबी मशीनें भी पहुंच गईं थी । बीआरओ के अधिकारियों ने शीग्र ही हाईवे को सुचारू करने की बात कही है।आपको बता दे की जनपद में अभी भी 35 संपर्क मार्ग थप पड़े हुए हैं।उधर रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी भूस्खलन होने से बंद है। इस दौरान वाहनों का आवाजाही तिलवाड़ा-जवाड़ी मोटर मार्ग से किया जा रहा है।इसके साथ ही हर रोज दिन यमुनोत्री हाईवे भी जगह-जगह मलबा आने के कारण से बंद हो रहा है। बता दें कि मौसम विभाग ने राजधानी देहरादून में अगले 24 घंटे में मध्यम से भारी बारिश की आशंका जताई है। वहीं बात करे उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ तो इन जनपदों में तेज बौछारों के साथ भारी से बहुत भारी बारिश के होने के आसार हैं।