राज्य आन्दोलनकारी स्वामी दर्शन भारती के घर पर रविवार रात्री को सैकड़ों की संख्या में विरोधाभास में आई ईसाई समुदाय की भीड़ के खिलाफ चिंता जताते हुए भैंरव सेना ने जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र डोभाल के नेतृत्व में अवैध मिशनरीकरण का पुतला दहन किया।
जोरदार उग्र प्रदर्शन में राजपूर विधायक के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गयी जिसमें उनके ऊपर मिशनरी गतिविधियों को पनपाने का आरोप लगाया गया। साथ ही उग्रता तथा अशांति फैलाने के उद्देश्य से आई भीड़ पर मुकदमा दर्ज करने के लिए धारा चौकी इंचार्ज को लिखित तहरीर भी दी गई।
भैंरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने आक्रोषित होकर कहा कि देवभूमि में गुट बनाकर राज्य आन्दोलनकारी के घर पर हमला करने के उदेश्य से आये व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो शहर के व्यस्ततम चौराहे पर धरना देने के लिए सभी भैंरव सेना के कार्यकर्ता हिन्दू समाज को लेकर बैठने के लिए मजबूर हो जायेंगे। साथ ही अवैध मिशनरीकरण करवाने वालों को चेताया कि यदि वेटिकन सिटी में गैर ईसाई समुदाय बर्दाश्त नहीं तो देवभूमि में हम अवैध मिशनरीकरण क्यों बर्दाश्त करेंगे। प्रदर्शन में उपस्थित भैंरव सेना जिला सचिव पूरण चंद ने कहा कि यह सेंटा का नहीं संतों का देश है। लोकतंत्र की अभिव्यक्ति की आजादी का अर्थ यह नहीं कि हिन्दू धर्म को दीमक की तरह चाट-चाट कर खत्म करने का प्रयास करोगे तथा हिन्दू समाज शांत बैठा रहेगा।
भैंरव सेना के महानगर महासचिव सत्यवीर सिंह ने कहा कि देवभूमि के भोले-भाले पहाड़ीयों को गुमराह करने वालों को अब बख्शा नहीं जायेगा, चाहे पहाड़ी सनातनीयों को किसी भी प्रक्रिया से गुजरना पड़े। अब धर्मांतरण का दंश देवभूमि के युवा नहीं सहेंगे। राधा धोनी ने धर्मांतरण के लाभार्थियों को साफतौर पर चेताया कि यदि स्वेच्छा से धर्मांतरण किया है तो जिस धर्म में गए हो उस धर्म के अनुसार अपना नामकरण भी करवाओ हिंदू अल्पसंख्यक और मिशनरीकरण का लाभ एक साथ लेते पाए गए तो भैरव सेना के माध्यम से कानूनी कार्यवाही तो होगी ही साथ ही समाज से बहिष्कार करने की प्रक्रिया पर भी काम करेंगे। विरोध प्रदर्शन में दर्जनों कार्यकर्ताओं में करण शर्मा, अनुज, गौतम पंडित, राहुल सूद, गुरदीप, प्रियांक ठाकुर, सुषमा थापा इत्यादि उपस्थित रहे।