प्रदेश में हाइकोर्ट के रोक के बाद से चारधाम यात्रा में ई-पास की अनिवार्यता से श्रद्धालु तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.तो वही तीर्थ पुरोहित समाज और व्यापारियों में भी खूब जमकर आक्रोश नजर आ रहा हैअब इस परिस्थिति में शीग्र ही आंदोलन का रास्ता भी तैयार होने लगा है। बता दे की चारधाम यात्रा पर दर्शनों हेतु सीमित ई पास व्यवस्था को ख़त्म करने को लेकर बाबा केदारघाटी के व्यापारियों ने 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना प्रारम्भ करने का निर्णय ले लिया है। जी हाँ तो साथ ही व्यापारियों के विरोध में बाजार को भी बन्द रखा जायेगा। बताते चले की व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों ने इस व्यवस्था को सुधारने को लेकर मांग की है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने भी व्यापारियों के इस आंदोलन किसको समर्थन देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि दो वर्ष से कोरोना जैसी भयंकर महामारी के चलते व्यापारियों का रोजगार चौपट हो गया है ऐसे में अब ई-पास की अनिवार्यता के कारण ही श्रद्धालु खास तौर से परेशान हैं,इसके कारण स्थानीय लोगों को भी रोजगार नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान समय में चार धाम में यात्रियों की संख्या सीमित की गई है जिसके कारण 12 बजे तक ही सभी मंदिर खाली हो जा रहे हैं जिसको मध्यनजर रखते हुए सरकार भी धामों में संख्या बढ़ाने हेतु कोर्ट के दरवाजे पर जाने की तैयारी कर रही है।