देहरादून। सिलक्यारा सुरंग हादसे की रेस्क्यू में सबसे अहम और निर्णायक भूमिका निभाने वाली रैट माइनर्स की टीम के सदस्यों को आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें नगद धनराशि देकर पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनके काम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने जिस मुश्किल काम को आसान कर दिखाया उसकी कोई कीमत नहीं हो सकती है। उनका इस रेस्क्यू अभियान में किया गया काम अमूल्य है। उनके ही अथक प्रयास से 41 श्रमिकों को जीवन बचाया जाना संभव हुआ। उनके काम की जितनी भी सराहना की जाए वह कम है।
रैट माइनर्स द्वारा उस वक्त रेस्क्यू ऑपरेशन को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाली गई थी जब सभी मशीनों ने काम करना बंद कर दिया था। 12 रैट माइनर्स की इस टीम द्वारा 15 मीटर मलबे को मैन्युअल खुदाई करके बाहर निकलना और 800 एमएम के पाइप को सुरंग में पहुंचाने जहां मजदूर फंसे हुए थे सबसे अहम भूमिका निभाई गई थी। अंग्रेजों के जमाने की इस तकनीक पर अब प्रतिबंध लगाया हुआ है, लेकिन आपातकाल में इन रेट माइनर्स ने 40 मीटर अंदर पाइप के अंदर जाकर इस मुश्किल काम को अंजाम दिया था जिसके कारण 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकाला जा सका था।
इस रेट माइनर्स टीम में शामिल मुन्ना कुरैशी का कहना था कि इस मुश्किल काम में हम में से अगर एक दो की जान भी चली जाती तो कोई बात नहीं थी। 41 मजदूरों की जान के बदले एक दो जान जाना कोई बड़ी कीमत नहीं थी। ऐसे जज्बे को पूरे देश ने सलाम किया था। सीएम धामी ने आज इस टीम को शाल भेंट कर 50कृ50 हजार रुपए पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया। सीएम द्वारा सम्मानित किए जाने पर यह रैट माइनर्स भी खुश नजर आए। इससे पूर्व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं।