कोरोना महामारी ने पूरे देश में दोनों-लहरों में त्राहिमाम मचाया और लाखों लोगों का जीवन बर्बाद कर दिया और आने वाले समय में कोरोनो के दृष्टिगत , इसी विषय पर दून पैरामेडिकल बिंदाल पुल देहरादून में CONCLAVE – ” युवा संवाद – कोरोना संघर्ष ” पर मेडिकल क्षेत्र से जुड़े युवाओं ने संवाद किया।
युवा संवाद में कोरोना में हुई समस्याओं जैसे हस्पतालों में बेड न मिलना, दवाइयों की उपलब्धता, मरीजों से पैसे की लूट जैसे विषयों पर चर्चा की गई। आपदा में अवसर कैसे तलाशा जाता है ये कोरोना काल में अधिकांश निजी अस्पतालों ने दिखा दिया, कोरोना मरीजों के बिल वापसी के लिये सुप्रीम कोर्ट में याचिका के माध्यम से संघर्ष कर रहे याचिकाकर्ता देहरादून निवासी अभिनव थापर, दून पैरामेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक संजय चौधरी व गिरीश चंद्र पन्त, आई जी (रिटायर्ड), उत्तराखंड पुलिस ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया।
अभिनव थापर ने बताया कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर से जून 2020 में निजी अस्पतालों के कोरोना मरीजों हेतु चार्ज सुनिश्चित किया गया था। बावजूद असके कोरोना की दूसरी लहर में इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाले निजी अस्पतालों ने मरीजों को बेखौफ होकर लुटा। ऐसे लगभग 1 करोड़ परिवारों को उनसे हस्पतालों द्वारा अत्यधिक वसूले गये पैसे वापसी मिल सके, इसके लिये उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रास्ता चुना। इस विषय पर गंभीरता दिखाते माननीय सुप्रीम कोर्ट की संयुक्त पीठ ने इस याचिका के निजी अस्पतालों द्वारा लिए गए अत्याधिक बिल चार्ज की अनियमिताओं, मरीजों को रिफंड जारी करने व पूरे देश के लिये सुनिश्चित गाइडलाइंस जारी करने के संबंध में पहले स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्र सरकार और फिर सारे राज्यों और UT को जवाब तलब किया है। उन्होंने बताया कि संकट की घड़ी में निजी अस्पतालों की ओर से मचाई गई लूट के लिए ” लड़ाई अभी बाकी है, हिसाब अभी बाकी है ” अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत लोगों को जागरूक कर उनके बिल एकत्रित कर, उनके बिल प्रतिपूर्ति का विषय माननीय सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया जाएगा। ऐसे में आप भी अगर आपके परिवार के किसी सदस्य, दोस्त या रिश्तेदार से किसी निजी अस्पताल में इलाज के नाम पर लूट हुई हो तो आप समस्त बिल हमारी हेल्पलाइन :
व्हाट्सएप- 9870807913
ईमेल-abhinavthaparuk@gmail.com
थापर ने कहा कि आपके हक की लड़ाई लड़ने के लिए हमारी ओर से हर संभव कार्य किए जाएंगे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता गिरीश चंद्र पन्त, आई जी (रिटायर्ड), उत्तराखंड पुलिस ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान से देश-प्रदेश की जनता को बड़ी आर्थिक राहत मिलेगी। उन्होंने युवाओं को इस अभियान व अन्य कोरोना संबंधित विषयों पर जागरूक किया ।
वहीं संजय चौधरी, प्रबंध निदेशक, दून पैरामेडिकल कालेज ने कहा कि निजी हस्पतालों की कालाबाजारी के खिलाफ चलाए गए इस अभियान से आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी। हमारा यह CONCLAVE आयोजित करने का मकसद यही था कि युवाओं को कोरोना के प्रति अपने अधिकारों, संघर्ष, अनुभवों द्वारा जागरूक किया जा सके। कोरोना-काल मे हमने अपने सब कर्मचारियों का सहयोग किया और अन्य संस्थानों जैसे किसी को नौकरी से नही निकाला, क्योंकि इंसानियत बडी चीच होती है।
इस CONCLAVE “युवा संवाद-कोरोना संघर्ष ” में 100 से अधिक मेडिकल से जुड़े युवाओं ने भाग लिया और अपने विचार रखे। कुछ ने अपने व्यक्तिगत हस्पतालों की लूट से अवगत कराया, एक छात्रा ने बताया कि उसने अपनी माता को कोरोना में खो दिया और लगभग 40 लाख रुपये हस्पतालों को दिया।जबकि एक छात्र ने omicron पर अपनी रिसर्च रखी। सबने अंत मे प्रण लिया कि आगे भी कोरोना की महामारी के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे और सबकी हर संभव मदद करेंगे क्योंकि इसी एकता में ही शक्ति है। युवा संवाद का संचालन प्रधानाचार्य डॉ राजीव गौतम ने किया और इसमें निकिता मिश्रा, दीप्ति जैसवाल, मोहम्मद तौसीफ, आदि ने अपने विचार रखे ।