देहरादून। मानसूनी आपदा से प्रभावित हुई किसानों की फसलों का मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया और धरना दिया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ट्रैक्टर पर सवार होकर धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों की लड़ाई लड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार किसानों को उनकी फसलों को हुए नुकसान का उचित मुआवजा दे।
धरने पर बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि राज्य में हुई भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खास तौर पर हरिद्वार, उधम सिंह नगर और नैनीताल के किसानों की अधिकांश फंसले चौपट हो गई है। उनका कहना है कि सरकार व भाजपा के नेताओं द्वारा यूं तो किसानों की आय दो गुना करने की बात कही जाती है लेकिन इस साल भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है गन्नों से लेकर मौसमी सब्जियों की फसले चौपट हो गई है लेकिन सरकार द्वारा कम मुआवजा दिया जा रहा है जो ऊंट के मुंह में जीरे जैसा है उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह किसानों को बढ़ाकर मुआवजा दे। जिससे किसानों को कुछ राहत मिल सके।
उनका कहना है कि भारी बारिश से उनकी फसलों को ही नुकसान नहीं पहुंचा है राज्य में बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत हुई है। किसानो की जमीने कटाव से बह गई है तथा बागवानी करने वालों को भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार खुद को किसानों का हितैषी बताती है तथा उनकी आय को दोगुना करने के दावे करती है लेकिन किसानों को उनकी फसलों को हुए नुकसान का उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदन से लेकर सड़क तक किसानों की लड़ाई लड़ेगी।
इस दौरान सीएम आवास जा रहे सैकड़ो कार्यकर्ताओं को पुलिस वेरीकेटिंग कर हाथी बड़कला में रोके जाने पर भी उन्होने नाराजगी जताई इस दौरान उनके सैकड़ो समर्थक उनके साथ थे।