उत्तरकाशी: उत्तराखंड राज्य बेहद संवेदनशील राज्य है। यहां राज्य के अलग -अलग जगहों पर पहले भी भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। तो वहीं इस बार भूकंप से उत्तरकाशी की धरती भी डोल उठी । यहां शनिवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है । वहीं धरती के हिलते ही लोग डरे सहमें हुए तुरंत घरों से बाहर निकल आए। कई लोग तो काफी देर तक बाहर ही रहे। वे घरों के अंदर जाने से डरते रहे। ये गनीमत रही की यहां भूकंप से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि लोग डरे हुए तो जरूर हैं।बता दे की जानकारी के मुताबिक भूकंप के झटके सुबह 3 बजकर 15 मिनट पर महसूस किए गए। घटना के वक्त लोग गहरी नींद में थे, परन्तु जमीन के कांपने का एहसास होने पर लोग तुरंत घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मेग्नीट्यूड मापी गई । वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो भूकंप के झटके कुछ ही सेकेंड तक महसूस किए गए।भूकंप का केंद्र जनपद मुख्यालय उत्तरकाशी से 10 किलोमीटर की दूरी पर बताया जा रहा है। तो वहीं उत्तरकाशी आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कहीं से भी किसी भी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। बता दें कि भूकंप की दृष्टि से उत्तरकाशी जनपद बेहद संवेदनशील है। साल 1991 में उत्तरकाशी में भयानक भूकंप आया था। कई जगहों पर तो इस भूकंप के निशान आज भी देखे जा सकते हैं। इस भूकंप के दौरान मस्ताड़ी गांव के सभी मकान ध्वस्त हो गए थे और जिस कारण उस वक्त वहां बहुत तबाही देखने को मिली ,तब से लेकर आज तक ये गांव धीरे-धीरे जमीन में समा रहा है। कुमाऊं क्षेत्र में भी लंबे समय से भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं। कम तीव्रता वाले भूकंप से जनपद उत्तरकाशी में जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ है। परन्तु इस घटना के मध्यनजर वैज्ञानिकों ने बड़ी चेतावनी जरूर दी है। भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तराखंड राज्य पर बड़े भूकंप का खतरा मंडरा रहा है।