प्रसिद्ध लोक गायक प्रहलाद सिंह मेहरा का निधनलक गायन जगत के एक चमकते सितारे प्रहलाद सिंह मेहरा का आज 53 वर्ष की आयु में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनकी मृत्यु ने लोक संगीत प्रेमियों को शोक में डुबो दिया है।
प्रहलाद सिंह मेहरा अपनी मधुर आवाज और लोक गीतों के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे। उनका जन्म 1971 में उत्तराखंड के गढ़वाल में हुआ था। उन्होंने कम उम्र से ही लोक गायन सीखना शुरू कर दिया था और जल्द ही अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत लिया।
मेहरा ने कई लोकप्रिय लोक गीत गाए, जिनमें “छक छिना”, “जलेबी को डाब”, “ना बास कावा काऊ काऊ” और “ईजा मेरा दनपुरा” शामिल हैं। उनके गाने उत्तराखंड की संस्कृति और लोक जीवन को दर्शाते थे।
उनकी मृत्यु लोक संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके प्रशंसक और संगीतकार उन्हें हमेशा याद रखेंगे।