उत्तराखंड को वीरों की भूमि भी कहा जाता है। क्योकि इस भूमि से कई वीर सपूत पैदा हुए हैं जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी हैं। मातृभूमि की रक्षा के लिए यहां के इन वीर सपूतों ने अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं। कल ही उत्तराखंड से एक बुरी खबर सामने आई थी।
जहां 16 गढ़वाल राइफल के सूबेदार राम सिंह जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। उनकी शहीद होने की खबर सुनते ही उनके परिवार में मातम पसर गया और कोहराम मचा हुआ है। बतादे की सूबेदार राम सिंह आगामी फरवरी माह को रिटायर हो रहे थे और 30 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त होने से पूर्व ही वे आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए।सूबेदार राम सिंह मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के सालाना गांव के रहने वाले थे। उनके शहीद होने की खबर के बाद से परिवार में सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी की आँखे नम है। आखिर ये किसी ने सपने में भी इस अनहोनी के बारे में कल्पना भी नहीं की होगी।
कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ के दौरान सेना की राष्ट्रीय राइफल्स के जेसीओ सूबेदार राम सिंह कल आतंकियों की गोली का शिकार हो गए। थाना मंडी क्षेत्र में सर्च अभियान के दौरान अचानक ही आतंकवादियों की तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चलनी शुरू हो गईं और जवाब में भारतीय सेना ने भी गोलीबारी शुरू की। वहीं इस मुठभेड़ में सैनिक राम सिंह घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया। लेकिन चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। सूबेदार राम सिंह मूल रूप से पौड़ी जिले के ग्राम सालाना के रहने वाले हैं। वे लंबे समय से मेरठ में रहते थे। उनके पार्थिव शरीर को आज सुबह मेरठ उनके निवास में ले जाया गया जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया और उनको नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई।