जोशीमठ के ताजा हालातों के बारे में जानकारी देते हुए आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा द्वारा प्रेस वार्ता की गई ,
जोशीमठ में भवनों में आ रही दरारें कुछ वक्त से स्थिर बनी हुई हैं 863 भवनों में अब तक दरारें चिन्हित की गई हैं जिनमें से 505 घरों में मेजर क्रैक सचिव द्वारा बताए गए हैं ।
पानी के रिसाव में भी कोई बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली है 181 लीटर पर मिनट के हिसाब से पानी का रिसाव जोशीमठ में रिकॉर्ड किया जा रहा है , अब तक 286 परिवारों के 957 सदस्यों को सुरक्षित विस्थापित किया जा चुका है वहीं अगर अंतरिम धनराशि वितरित करने की बात करें तो 307 परिवारों को 3 करोड़ 77 लाख रूपय वितरित किए जा चुके हैं ,
जोशीमठ का अध्ययन कर रही 8 संस्थानों द्वारा भी एनडीए को अपनी प्रारंभारिक रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है जिसका अध्ययन करने के बाद राज्य सरकार को यह रिपोर्ट सौंपी जाएगी लेकिन उत्तराखंड में कई जगहों पर महसूस किए गए भूकंप के झटके इस वक्त की सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है यदि जोशीमठ में भी भूकंप आता हैं तो हालत और भी बिगड़ सकते हैं , हालांकि आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा का कहना है कि हर स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम जोशीमठ में तैनात है ।