भारत की साहसिक पर्यटन की राजधानी ऋषिकेश… एडवेंचर प्रेमियों की पहली पसंदीदा जगह। विश्व भर के लोग राफ्टिंग का लुफ्त लेने के लिए ऋषिकेश की तरफ खींचे चले आते हैं। पिछले कुछ वर्षों में ऋषिकेश रिवर राफ्टिंग के लिये पूरे उत्तर भारत में अपना नाम प्रसिद्ध कर चुका है। ऋषिकेश में राफ्टिंग का बेसब्री से इंतजार करने वाले लोगों के लिए एक खुशखबरी सामने आ रही है। जी हां चार माह के अंतराल के बाद ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग का संचालन शुरू होने जा रहा हैबता दे की आगामी 15 सितंबर से ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग एक बार पुनः शुरु हो जाएगी। ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग का संचालन तकरीबन 5 महीने से ठप पड़ा हुआ था। अप्रैल में कोरोना संक्रमण के कारण राफ्टिंग बंद हो गयी थी ।
तो वहीं जून से सितंबर मॉनसून सीजन के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ जाता है और यही वजह है कि इस सीजन में राफ्टिंग का संचालन नहीं हो पाता। राफ्टिंग कारोबारियों ने रिवर राफ्टिंग की तैयारियां शुरू कर दी हैं और सभी 15 सितंबर से पर्यटकों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। साथ ही सभी लोग उम्मीद जता रहे हैं कि 15 सितंबर से ऋषिकेश में पर्यटक उतने ही हर्षोल्लास से राफ्टिंग का मजा लेंगे जितना पूर्व में लिया करते थे। तथा उम्मीद जताई जा रही है कि ऋषिकेश में 15 सितंबर से पर्यटकों की काफी भारी भीड़ उमड़ेगी।आपको बता दें कि ऋषिकेश में गंगा घाटी के कोडियाला मुनिकीरेती इको जोन में पिछले 5 महीनों से राफ्टिंग का संचालन बंद है। अप्रैल और मई में कोरोना संक्रमण के कारण और उसके बाद जून से सितंबर तक मानसून के चलते रिवर राफ्टिंग का संचालन नहीं हो पाया था। लेकिन अब बरसात के मौसम के बाद नए सत्र में 15 सितंबर से राफ्ट एक बार फिर से गंगा नदी में उतरने जा रहे हैं और लंबे समय के अंतराल के बाद पर्यटक राफ्टिंग का मजा ऋषिकेश में ले सकते हैं। आपको बता दें कि ऋषिकेश में 280 राफ्टिंग कंपनियां हैं और 575 राफ्टों का संचालन उन कंपनियों के तहत किया जाता है। तथा ऋषिकेश में राफ्टिंग से तकरीबन 20,000 से अधिक लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है। पीक सीजन में 1 महीने में यह कारोबार 50 से लेकर 60 लाख तक का हो जाता है। पूर्व कुछ महीनों से राफ्टिंग बंद होने के चलते कारोबार काफी अधिक प्रभावित हुआ है। ऐसे में सभी कारोबारी इस बार उम्मीद लगा कर बैठे हैं, कि ऋषिकेश में नए सत्र में पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ आए ताकि उनका कारोबार भी एक बार फिर से पटरी पर आ सके।