देवप्रयाग के दुरोगी गांव में दो महिलाओं कोअपना निवाला बनाने वाले गुलदार को भी एक वर्ष पूर्व किसी ने मारने का प्रयास किया था। गुलदार के पोस्टमार्टम में उसके शरीर से एक वर्ष पुराने कई छर्रे मिले हैं। इसके पश्चात वन विभाग द्वारा पुलिस और प्रशासन को इलाके में हथियार रखने वालों के चिह्नीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही छर्रो को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। विभागीय अधिकारियों की मानी जाय तो यही गुलदार के हिंसक होने का कारण बना था। दुरोगी गांव में दो महिलाओं को अपना शिकार बनाने वाला गुलदार भी एक वर्ष पूर्व किसी की गोली का निशाना बना था। गुलदार को बीती मंगलवार को शिकारी जहीर अब्बास ने ढेर कर दिया था। इसके पश्चात जब गुलदार का पोस्टमार्टम हुआ तो उसके शरीर में छर्रे मिले। वन विभाग ने छर्रो को जांच हेतु फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
वहीं पुलिस और प्रशासन को भी आसपास के इलाके में राइफल और अन्य प्रकार के हथियार रखने वालों का चिह्नीकरण करने के लिए कहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि गुलदार के जबड़े और फेफड़ों में परेशानी थी, जिस के कारण वह जानवरों का शिकार नहीं कर पा रहा था। छह वर्षीय नर गुलदार के शरीर में मौजूद पुराने छर्रे भी उसकी परेशानी का कारण बन रहे थे। जो गुलदार की परेशानियां बड़ा रहे थे। ये ही कारण से वह इंसानों पर हमला करने लगा था । नरेंद्रनगर वन प्रभाग प्रभागीय वनाधिकारी डीएस मीणा का कहना है कि मृत नरभक्षी गुलदार के शरीर में एक वर्ष पुराने छर्रे पाए गए हैं। किसी के द्वारा उसे मारने का प्रयास किया था। क्षेत्र में हथियार रखने वाले ग्रामीणों का चिह्नीकरण किया जा रहा है।