गुलदार ट्रेंकुलाइज करने हेतु हरिद्वार डिवीजन एवं राजाजी नेशनल पार्क से टीम पौड़ी आई ।वही विशेषज्ञों की टीम की तरफ से दिन और रात को गश्त करने के बाद भी गुलदार कहीं नजर नहीं आ रहा है ।वही पौड़ी के रेंजर अनिल कुमार भट्ट ने बताया पौड़ी शहर वासियों को गुलदार की गश्त से निजात दिलाने के लिए पिंजरा लगाया गया है टीम की तरफ से गश्त करने के साथ-साथ ट्रैक कैमरा लगाए गए हैं परन्तु गुलदार की लोकेशन ट्रैक नहीं हो पाई है गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने के लिए विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया और इस शहर के गुंडा प्रभावित क्षेत्रों में टीम द्वारा सुबह-शाम गस्त करने के बाद भी अभी तक गुलदार कहीं नजर नहीं आ रहा जिसके चलते विभाग के लिए भी परेशानियां और बढ़ने लगी है रेंजर ने शहरवासियों से आग्रह किया है कि वह सतर्कता पूर्वक रहे सावधानियां बरतने से ही गुलदार की दहशत से आप सभी को निजात मिल सकती है ।उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में गुलदार की दहशत लगातार बनी हुई है कभी जंगलों तक ही सीमित रहने वाले गुलदार अब आबादी वाले इलाकों में घूमने लगे हैं गुलदार व अन्य जंगली जानवरों के हमलों में अब तक कई लोग अपनी जानें गंवा चुके हैं तो वहीं पौड़ी से लेकर पिथौरागढ़ जिले में लोग वन्यजीवों से डर कर सहमे हुए से आपको बता दें कि पौड़ी गढ़वाल में पिछले कुछ दिनों जिला अस्पताल की आवासीय कॉलोनी में गुलदार का परिवार घूम रहा है ।अरे कि यहां मादा गुलदार को अपने दो शावकों के साथ घूमते देखा गया है गुलदार की चहल कदमी से स्थानीय लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है |