राष्ट्रीय सरस मेले के आठवें दिन लोगों की खूब उत्साह से प्रतिभाग करते हुए पारम्परिक उत्पाद खरीदे। शाम को सांस्कृतिक संध्या मैं अनमोल स्वराज संस्थान के द्वारा सांस्कृतिक के दल के तत्वाधान में कलिंग नाग की हारूल एवं रेणुका देवी की वंदना के साथ रवाई के तादी नित्य से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सरस मेले में राजेंद्र सेमवाल शास्त्री, मनोज सेमवाल, गुरुप्रसाद नैनीताल, विकास बडेडी, गायक एवं अरविंद लोक गायक ज्योति जागोड़ी, भीमा खंडोडी, पुष्पा डोभाल,कुसुम कंडवाल,सुनीता सेमवाल, धीरज नवमी, जमुना रावत ने प्रस्तुति दी।
राष्ट्रीय सरस मेले में बिहार के लेदर के पर्स, हैंडबैग उत्तर प्रदेश से काटन की चादर, उत्तरकाशी से खाद्य उत्पाद के स्टाल जिसमें सीडीगोड़े की खीर सोयाबीन का चार्ट, जयपुर की भेल पुरी खाने वालों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। उत्तराखंड से सम्मानित समूह मीनाक्षी सहायता समूह चकराता देहरादून, आरोग्य सहायता समूह तारीखेत अल्मोड़ा, जय मां दुर्गा स्वयंसहायता समूह, बागेश्वर मां दुर्गा समूह पोखरी चमोली, पूर्णागिरि स्वयं सहायता समूह लोहाघाट चंपावत, सीताराम स्वयं सहायता समूह खानपुर हरिद्वार, कालका स्वयं सहायता समूह हल्द्वानी नैनीताल, आयूष स्वयं सहायता समूह पौडी, अरसुम स्वयं सहायता समूह मुंस्यारी पिथौरागढ,़ मद्महेश्वर उखीमठ रुद्रप्रयाग विकास स्वयं सहायता समूह टिहरी गढ़वाल सत्यम शिवम स्वयं सहायता समूह सितारगंज उधमसिंहनगर, काशी विश्वनाथ समूह भटवारी उत्तरकाशी, लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह गुजरात, ठंडी जासन सहायता समूह पश्चिम बंगाल, मधु मिशन सहायता समूह पांडिचेरी, कोहिनूर संसार का समूह त्रिपुरा, सप्लाई संसद का समूह पंजाब, जय मां संस्था समूह उत्तर प्रदेश, उपासना संस्था समूह केरल, उज्जवला स्वयं सहायता समूह महाराष्ट,ª सनसुखी संसार का समूह मेघालय, श्री राम स्वयं सहायता समूह हरियाणा, सायापात्री सहायता समूह सिक्किम, वैष्णवी सहायता समूह राजस्थान, दवीयनखासा समूह आंध्र प्रदेश, नहमत स्वयं सहायता समूह बिहार, शंकर सहायता समूह छत्तीसगढ़, कृष्णा स्वयं सहायता समूह कर्नाटक आदि ने अपने स्टाॅल लगाये है।
सरस मेले में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर.सी तिवारी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल तथा सरस मेले में कार्य कर रहे कार्मिक उपस्थित रहे।