वन, पर्यावरण एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि पिछले चार
सालों में कोटद्वार विधानसभा में एनएच और विधायक निधि को छोड़कर सड़कों
के निर्माण के लिए करीब 75.76 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई। साथ ही इस
वित्तीय वर्ष में अब तक 20 करोड़ की धनराशि सड़कों के लिए स्वीकृत कराई
गई है।
तहसील चौराहे स्थित अपने नए कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में वन
मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी
ने उनके अनुरोध पर मेरठ से कोटद्वार तक 4 लेन सड़क को स्वीकृति प्रदान
की। इसके लिए वन भूमि हस्तांतरण के साथ ही स्टीमेट तैयार हो चुका है।
इसके अलावा कोटद्वार से श्रीनगर तक आलवेदर रोड का निर्माण कराया जाएगा।
इसके लिए कोटद्वार से गुमखाल और गुमखाल से सतपुली तक वन भूमि का हस्तांरण
और पेड़ छपान का कार्य अंतिम चरण में है। लालढांग चिलरखाल मार्ग को
छोड़कर अन्य अंदरूनी गली मोहल्लों को जोड़ने वाली 90 सड़कों के लिए 12.40
करोड की स्वीकृति कराई गई है। कलालघाटी में डबल स्पान पुल के द्वितीय चरण
के लिए 19 करोड़ और कोल्हू नदी में डबल स्पान पुल के लिए प्रथम चरण की
स्वीकृति मिल चुकी है। सड़कों के लिए 10 करोड़ के प्राक्कलन शासन को भेजे
गए हैं। एक माह के भीतर इनकी भी स्वीकृति करा दी जाएगी। लालबत्ती चौराहे
से दुर्गापुर तक मुख्य सड़क का डामरीकरण हो चुका है। इसके अलावा ऊर्जा
निगम को लाइन शिफ्टिंग, ट्रांसफार्मरों को अपग्रेड करने के लिए 5 करोड़
की धनराशि स्वीकृत की गई है। खंभों की शिफ्टिंग के लिए 3 करोड़ रुपये दिए
गए हैं। भूमिगत बिजली लाइनों के लिए 150 करोड़ का खर्चा आएगा। प्रथम चरण
में पुरानी नगर पालिका क्षेत्र जहां आबादी का घनत्व ज्यादा है के लिए 50
करोड़ का स्टीमेट तैयार कर लिया गया है। इसकी स्वीकृति जल्द ही मिल
जाएगी। खोह, सुखरो, मालन सहित शहर के चार बड़े पुलों पर 10-10 स्ट्रीट
लाइटें और मुख्य चौराहों में हाई मास्क लाइट लगाई जा रही हैं। 2000 हजार
स्ट्रीट लाइटें मुख्य मार्गों एनएच, देवीरोड़, डिग्री कालेज मार्ग,
कलालघाटी आदि क्षेत्रों मेंु लगाई गई हैं। साथ ही राजनीतिक कारणों से
जिन वार्डों में स्ट्रीट लाइटें नहीं लग पाई हैं। उनमें 2000 स्ट्रीट
लाइटें लगाई जा रही हैं। नहरों की मरम्मत व सफाई के लिए पांच करोड़ की
धनराशि विशेष पैकेज के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही जल
संस्थान को ट्यूबवेल निर्माण, पेयजल लाइनों के पुर्नगठन और ट्यूबवेलों को
इंटरकनेक्ट करने के लिए 8 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कराई गई है। मोटर नगर
बस अड्डे के संबंध में उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रतिकूल स्थितियां होने
के कारण नगर निगम को ही इस संबंध में निर्णय लेना है। कहा कि उनके
प्रयासों से पहले दोनों पक्षों में समझौता हो गया था, लेकिन नगर निगम ने
समझौते को आगे नहीं बढ़ाया। वर्तमान में जिला न्यायालय में मामला
विचाराधीन है। परिवहन निगम के खूनीबड़ में प्रस्तावित बस अड्डे के संबंध
में मामला अंतिम चरण में है। मेडिकल कालेज पर उन्होंने कहा कि अक्तूबर तक
सभी व्यवस्थाएं कर प्रिंसिपल और 900 मेडिकल स्टॉफ के पदों का सृजन कर
दिया जाएगा। एनएमसी के नॉमस पूरे होने पर भविष्य में मेडिकल कालेज का
निर्माण कोई नहीं रोक सकेगा। इस मौके पर भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष सुनील
गोयल, भाबर मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जसोला, जंगबहादुर सिंह नेगी, पीआरओ
सीपी नैथानी, ओएसडी कुलदीप रावत, मीडिया प्रभारी धर्मवीर गुसाईं आदि
मौजूद रहे।