खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी अपने विभागों में सरकारी कामकाज को पटरी पर लाने और पूरी गति के साथ रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए फ्रंटफुट पर आकर मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार को काबीना मंत्री देहरादून के थानो रोड पर भोपालपानी स्थित खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय पहुंचे और बोर्ड की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। साथ ही सभी कार्मिकों के साथ फेस-टू-फेस बैठक की। कोविड की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने से देहरादून जनपद के कोविड उपचार व्यवस्थाओं के प्रभारी मंत्री को कोविड कार्यों से थोड़ी फुर्सत मिलते ही वह विभागों के लिए तय की गई प्राथमिकताओं के अनुसार काम पर लग गए हैं।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में नवनियुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेश चन्द्र जोशी ने बताया कि बोर्ड के मंत्री के आज के दौरे से कार्मिकों में नया उत्साह आया है। क्योंकि 2015 के बाद से आज पहली बार ऐसा हुआ है कि विभागीय मंत्री जो कि बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, हमारे मुख्यालय पधारे हैं। उन्होंने विभाग की गतिविधियों के बारे में चेयरमैन को अवगत कराया कि बोर्ड में 248 पदों के सापेक्ष मात्र 122 नियमित एवं 21 आउटसोर्स के कर्मचारी कार्यरत हैं। कालाढूंगी एवं पौड़ी में स्थापित प्रशिक्षण केन्द्रों को पुर्नजीवित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। बोर्ड द्वारा 2017 से इस वर्ष तक 11684 रोजगार श्रृजित किए हैं।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बोर्ड को पुनर्जिवित करने के लिए हमें एकदम नई ऊर्जा के साथ अपना योगदान करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया किअतिशीघ्र एक कार्ययोजना बना कर उनके सामने प्रस्तुत की जाए, जिसमें बेहद आवश्यक एवं तकनीकी दक्षता वाले रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्तियां की जांए ताकि आज के फैशनट्रेड के अनुसार खादी उत्पादों के गुणवत्ता तथा आधुनिक तकनीक के मिश्रण से बाजार में अपने ब्राण्ड को स्थापित किया जा सके।
आधुनिक वस्त्र डिजाईन और बाजार जरूरतों के अनुसार तैयार होंगे उत्पाद
मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि आधुनिक फैशन तथा वस्त्र तकनीकी के जानकारों को व्यक्तिगत तौर पर अथवा ऐसे संस्थानों जैसे कि नेशनल इंस्ट्टियुट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की सेवाएं प्राप्त की जाए। इसके साथ ही बाजार विपणन के अत्याधुनिक रिटेल चेन /आउॅटलेट चेन के माध्यम से हमारे उत्पादों को विक्रय का प्लेटफार्म मिलेगा। उत्पादों की पैकेजिंग तथा डिजाईन को आधुनिक बनाया जाएगा।
विभागीय योजना बना कर बोर्ड के माध्यम से दिया जाए रोजगार
मंत्री ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अपर सीईओ तथा अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी 07 दिनों में विभाग का रोडमैप तैयार कर उनके सामने प्रस्तुत करें। जिसमें प्रथम चरण में निम्नांकित विषयों सम्मिलित किया जाए।
खादी प्रशिक्षण सेंटरों को अतिशीघ्र चालू किया जाए।
चम्बा, श्रीनगर, अल्मोड़ा एवं जसपुर में स्थापित उत्पादन ईकाईयों को पुर्नजीवित किया जाए तथा वर्तमान बाजार ट्रेंड के अनुसार अपडेट किया जाए।
नयी टैक्नोलाजी के साथ काम करने वाले तकनीशियनों तथा विशेषज्ञों की भर्ती की जाए।
यदि कोई उत्पादन ईकाई उत्पादन नहीं कर रही है और कच्चे माल तथा कारिगरों की उपलब्धता के अनुसार उसे किसी अन्य जगह स्थानांतरित कर उत्पादन तथा रोजगार में बढ़ोत्तरी संभव हो तो इकाई को तत्काल स्थानान्तरित किया जाए।
सर्वोच्च प्राथमिकता बोर्ड उत्पादों की क्वालिटी कंट्रोल को दी जाए। बाजार प्रचलन के अनुसार अपने उत्पादों को तैयार किया जाए।
मुख्यालय स्थित भवन के निकट दो एकड़ भूमि में प्रशिक्षण केन्द्र कम केन्द्रीय भण्डारण गृह बनाने के लिए भारत सरकार हेतु प्रस्ताव बनाया जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेश चन्द्र जोशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर सहित बोर्ड के वित्त नियंत्रक, उप सीईओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।