देवों की भूमि कहलाये जाने वाले उत्तराखंड में अनेकों मंदिर व तपोस्थली मौजूद है। यहां के कण -कण में भगवन बसते है। तो कई क्षेत्रों में किन्ही असामाजिक तत्वों द्वारा अभद्रता एवं आस्था को चोट पहुंचने का काम किया जा रहा है। तो वहीं इसी क्रम में कोटद्वार गढ़वाल के भाबर की मालन घाटी स्थित महर्षि कण्व, विश्वामित्र और दुर्वासा जैसे ऋषि मुनियों की तपस्थली और देश का नाम देने वाले हस्तिनापुर के चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम को कुछ शरारती तत्वों ने अपमानित करने व आस्था को ठेस पहुंचने का काम किया है। बता दें, असामाजिक तत्वों ने महर्षि कण्व के मंदिर में जूते-चप्पलों व कूड़े का ढेर लगा दिया है। जो कि बड़े ही शर्मनाक कार्य है।
वहीं, कण्वाश्रम को इस शरारती तत्वों ने अपमानित कर क्षेत्र में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का भी काम किया है, जिससे क्षेत्रिय लोगों में बड़ा रोष है।
बता दें की ,कोटद्वार नगर निगम में स्थिति मोटाढांग के पार्षद सौरभ नौटियाल अपने फेसबुक पर एक पोस्ट साझा करके इसकी जानकारी दी है। उन्हें कहा कि अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ कोटद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया जायेगा। साथ ही उन्होंने उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित भी किया जायेगा। वहीं उनका कहना है कि यदि इस प्रकार के असामाजिक , शरारती तत्वों पर काबू नहीं पाया गया तो, सरकार को इसका बुरा परिणाम देखना पड़ेगा।