उत्तराखंड के कोटद्वार में बड़ा ही पौराणिक श्री सिद्धबली मंदिर में होने वाला तीन दिवसीय वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव आज यानि शुक्रवार से शुरू हो गया है। जो की पांच दिसंबर तक चलेगा। वहीं ब्रह्ममुहूर्त में पांच बजे पिंडी महाभिषेक तथा मंदिर परिक्रमा और ध्वज पूजा के साथ वार्षिक महोत्सव का शुभारंभ किया गया । शाम को गिंवाई स्रोत पुल से नगर तक शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। इस महोत्सव के लिए मंदिर समिति और पुलिस प्रशासन की तरफ से व्यापक प्रबंध कर लिए गए हैं।
वहीं शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक एवं वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और विशिष्ट अतिथि मेयर हेमलता नेगी के द्वारा शाम तीन बजे गिंवाई स्रोत पुल के समीप किया जायेगा।
मंदिर समिति की तरफ से इस बार की शोभायात्रा को यादगार और भव्य बनाने के लिए कई झांकियां निकाली जाएंगी, जिसमें 16 फीट ऊंचा और 18 फीट लंबा राम मंदिर, सिद्धबाबा का डोला, हनुमान की झांकी, गणपति की झांकी, गंगा अवतरण की झांकी, चक्रवर्ती सम्राट राजा भरत की झांकी एवं केरला की झांकी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी।
तो वहीं महोत्सव के मेला संयोजक अनिल कंसल और महासचिव विवेक अग्रवाल ने बताया कि तीन से पांच दिसंबर तक सिद्धों का डांडा (सिद्धबली मंदिर की पहाड़ी) सिद्धबाबा के जयघोषों से गुंजायमान रहेगा। महोत्सव को लेकर समस्त शहरवासियों में उत्साह बना है। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।