ऊंचाइयों की सीमा को चुनौती देने वाले माउंट एवरेस्ट पर उत्तराखंड के सपूत विंग कमांडर विक्रांत उनियाल ने फतह हासिल की है विश्वास कर पाना मुश्किल है ।कि उन्होंने यह विजय किसी बिना किसी बाहरी सहायता अथवा बैकअप के हासिल की है। माउंट एवरेस्ट की चोटी में उन्होंने देश को याद करते हुए राष्ट्रगान गाया इतना ही नहीं यह विजय उन्होंने अज्ञात रूप से देश की सेवा में समर्पित रहने वाले वीरों को अर्पित की है ।
इस फतेह के बाद गौरवान्वित राज्य उनके स्वागत हेतु उत्सुक दिखा । उनकी इस जीत का जश्न महादेवी टेक्नोलॉजी ऑफ इंस्टिट्यूट द्वारा भी बनाया गया जिस हेतु सभी कर्मचारी, विभागों के सदस्य, कॉलेज की छात्राएं व अन्य लोग कॉलेज के प्रांगण में एकत्रित हुए ।
जहां एमआईटी के सचिव द्वारा विंग कमांडर विक्रांत उनियाल को सम्मानित किया गया । सचिव जितेंद्र सिंह नेगी ने अपना हर्ष जाहिर करते हुए कहा की सर्वप्रथम एमआईटी कॉलेज को उनके सम्मान व स्वागत का अवसर मिला है यह एक सौभाग्य की बात है ।
प्रांगण में मौजूद सभी लोगों का उत्साह बढ़ाते हुए उनियाल ने कहा कि जीवन में हर कोई चुनौती एक एवरेस्ट के समान है। यदि आपने जीवन में कोई चुनौती को पछाड़ा है तो वह भी एवरेस्ट फतह करने के समान है । इस मौके पर एम आई टी की निदेशक आभा बंसल ने सर्वप्रथम विंग कमांडर विक्रांत उनियाल को संबोधित करते हुए कहा कि जो काम कोई सामान्य व्यक्ति 60 दिन में संपन्न करता है वह उन्होंने मात्र 36 दिनों में हासिल कर दिखाया । तत्पश्चात बी जी पी प्रवक्ता रविन्द्र जुगरान ने उन्हें संबोधित करते हुए उनके जीवन की उपलब्धियों से सभी को परिचित कराया। उप निदेशक गीता उनियाल ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह न केवल उनके लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक गर्व का विषय है ।
इस मौके पर विंग कमांडर विक्रांत उनियाल, उनके माता पिता उमा उनियाल व अशोक उनियाल, एमआईटी कॉलेज की निदेशक आभा बंसल, उप निदेशक गीता चौहान, सचिव जितेंद्र सिंह नेगी, बीजेपी के प्रवक्ता रविन्द्र जुगरान, आनंद खड़का समेत कॉलेज के विभाग प्रमुख व अन्य लोग मौजूद रहे ।