श्री राम का नाम आते ही हम सब भारतवासियों का हृदय श्रद्धा और प्रेम से भर जाता है इसीलिए हर वर्ष रामलीला और दश्हरा पूरी भव्यता के साथ मनाया जाता है इस बार मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले के ऐतिहासिक नगर ओरछा में आगामी 6 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच होने वाली बहुचर्चित वर्चुअल रामलीला की तैयारियों के लिए दिल्ली के ली मेरीडियन होटल में बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य विनय सहस्रबुद्धे ने भगवान राम के विश्व व्यापी प्रभावों की चर्चा करते हुए भारत सरकार की संस्था आईसीसीआर द्वारा हर वर्ष वैश्विक रामलीला में विश्व के अनेक देशों द्वारा भाग लेने का संस्मरण सुनाया। उनके अनुसार एक छोटे से समृद्ध लेकिन शत-प्रतिशत मुस्लिम देश बरूनी के प्रतिनिधि मंडल से जब उनके राम से संबंध के बारे में पूछा गया तो उनका उत्तर था, हमने मजहब बदला है, अपने पूर्वजों की संस्कृति नहीं।’ सहस्रबुद्धे अपने संस्था के 140 देशों से संबंधों की जानकारी देते हुए इस वैश्विक आयोजन के प्रचार-प्रसार में अपने हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।
आयोजक समिति वेद एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. वी.पी. टंडन के अनुसार प्रातः आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक में तैयारियों की समीक्षा के पश्चात दिल्ली और एनसीआर के प्रबुद्ध नागरिकों की एक विशेष बैठक में हुई। संस्था के संरक्षक एस. एस. अग्रवाल, आर. जी. अग्रवाल( धानुक), मती विष्णु सुरेखा, विष्णु मित्तल और राकेश बिंदल ने मंचासीन अतिथि को गदा और विशेष अंगवस्त्रम भेंट कर उनका अभिनंदन किया। समिति के चेयरमैन सत्यभूषण जैन द्वारा सभी अतिथियों के स्वागत के पश्चात ओरछा के राजा राम की लीला के स्थानीय संयोजक अमित राय ने मध्यप्रदेश शासन की अनुमति प्राप्त होने तथा अन्य तैयारियों की जानकारी देते हुए बुंदेलखंड की परम्परा के अनुरूप पीले चावल भेंट करते हुए सभी को ओरछा में होने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन के लिए आमंत्रित किया।
आयोजन में सहयोगी पंडित गणेश प्रसाद मिश्रा सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्रा ने बुंदेलखंड की समृद्ध परम्पराओं और वहां की ऐतिहासिक – सांस्कृतिक धरोहर से परिचय कराते हुए सभी उपस्थित महानुभवों से इस आयोजन से जुड़ने का आह्वान किया। लीला के निदेशक नितिन बत्रा ने पूरे कार्यक्रम की एक झलक प्रस्तुत की तो प्रचार प्रमुख शशिकांत ने सोशल मीडिया तथा वेबसाइट पर उपलब्ध सामग्री की जानकारी देते हुए विशाल स्क्रीन पर सभी के लिए उसे प्रदर्शित भी किया।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य नागरिकों के सुझाव भी आमंत्रित किये गये। अंत में अध्यक्ष डॉ. वी.पी. टंडन ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए इस बहुचर्चित आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी भी दी। उनके अनुसार, ‘अयोध्या से रामेश्वर और चित्रकूट से ओरछा तक, देश के हर क्षेत्र में राम की महिमा है। राम भारत के हर व्यक्ति के गुणसूत्र में शामिल है। लेकिन बदलते परिवेश में सिनेमा, टीवी और इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव ने नई पीढ़ी को सांस्कृतिक मूल्यों से विमुख कर दिया है जिससे हमारा समाज अनेक प्रकार की चुनौतियों से जूझ रहा है। इसीलिए हमारी संस्था और पंडित गणेश प्रसाद मिश्रा सेवा न्यास ने मिलकर इस वर्चुअल रामलीला को संचार के विभिन्न माध्यमों से पूरे विश्व में प्रचारित- प्रसारित करने का निर्णय लिया। इस दिव्य और भव्य आयोजन में देश के राष्ट्रपति सहित अनेक महत्वपूर्ण विभूतियों ने उपस्थित रहने का वचन दिया है। इससे जहां राम के चरित्र का प्रसार होगा वहीं बुंदेलखंड की तस्वीर भी बदलेगी।
इस आयोजन में अनेक शिक्षा संस्थानों, व्यवसायिक केन्द्रों, औद्यौगिक संस्थानों के प्रमुख और चिकित्सा, साहित्य, समाजसेवा तथा प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारी भी उपस्थित थे।