हल्द्वानी। अपनी धरोहर संस्था के तृतीय अधिवेशन के दूसरे दिन प्रातः परिचर्चा हुई और दर्जा राज्य मंत्री मधु भट्ट के साथ उत्तराखंड के सभी क्षेत्र के कार्यकर्ताओ ने विभिन्न विषयों पर परिचर्चा की।
अधिवेशन के द्वितीय दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रफुल्ल चंद पंत, विशिष्ठ अतिथि गुरुद्वारा श्री गुरु सभा के पूर्व अध्यक्ष जसविंदर सिंह खरबंदा व संस्था अध्यक्ष विजय भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर लोक कलाकारों द्वारा उनका स्वागत किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रफुल्ल चंद पंत ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए अपनी धरोहर संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है।उन्होंने कहा कि आधुनिकता के साथ साथ हमारा रहन सहन बदल रहा है। अपनी बोली और संस्कार हम भूलते जा रहे हैं। यह हमारी अमूल्य धरोहर है।
आज इसे संरक्षित करने का कार्य अपनी धरोहर संस्था कर रही हैं जो कि सराहनीय है। इस मौके पर संस्था अध्यक्ष विजय भट्ट ने कहा कि संस्था का उद्देश्य है कि राज्य के सर्वांगीण विकास में हम सभी का योगदान हो और उत्तराखंड की संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन हो सके। संस्था अपने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सभी के सहयोग के साथ यह कार्य कर रही है। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले तीन लोगो को सम्मानित किया गया। कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य के लिए कृषक नरेंद्र सिंह मेहरा,विकास के क्षेत्र में कमल किशोर और किताब कौतिक से हेम पन्त को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में माना, पिथौरागढ़ व अन्य क्षेत्रों से आती 32 संस्थाओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर हिमालय जनकल्याण समिति के अध्यक्ष साकेत अग्रवाल भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट दिवाकर पांडेय ने किया। कार्यक्रम में संचालन समिति अध्यक्ष एनबी गुणवंत, महामंत्री लवी चिलवाल, व्यवस्था अधिकारी चंदन सिंह किरोला, पूर्व डीआईजी श्याम सुंदर रौतेला, महिला प्रदेश संयोजिका सुनीता जोशी, प्रदेश सह संयोजिका निवेदिता परमार, समाजसेवी जगदीश पिमोली, चंद्रप्रकाश तिवारी, मीडिया प्रभारी रवि दुर्गापाल मौजूद रहे।