चार धाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित किये जाने को लेकर यमुनोत्री के विधायक संजय डोभाल ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है . डोभाल ने कहा कि कोविड महामारी के कारण यात्रा मार्गों पर व्यवसाय करने वाले लोग घोर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. होटल स्वामी, स्वाहन चालकों, स्थानीय दुकानदारों, घोड़ा चालकों समेत यात्रा से जुड़े सभी रोजगार प्रभावित हुए हैं. इस वर्ष की यात्रा के लिए तीर्थयात्री और व्यवसायी अपनी तैयारी कर चुके हैं. होटल बुक हो चुके हैं. ऐसे में सरकार का यह निर्णय न केवल तीर्थ यात्रियों के लिए बल्कि यात्रा से रोजी-रोटी जुटाने वाले लोगों की भी खिलाफ है.उन्होंने कहा कि यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं जिला प्रशासन मुस्तैद है.उन्होंने जिला अधिकारी को भी निर्देशित किया कि कोविड के दिशानिर्देश का पालन अवश्य हो लेकिन व्यापारियों और यात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसके पुख्ता इंतजाम कर लिए जाएं. जिला अधिकारी ने भी उनको भरोसा दिया है कि तीर्थयात्रियों के लिए प्रसाशन ने हर पड़ाव पर अच्छी व्यवस्थाएं कर ली हैं.डोभाल ने बताया कि इस सन्दर्भ में वह मुख्यमंत्री से मिलकर स्थानीय जनता की इस भावना से अवगत कराकर इस प्रतिबन्ध को हटाए जाने का अनुरोध करेंगे.
उल्लेखनीय है कि कोविड से सावधानी की दिशा में राज्य सरकार ने तीर्थस्थलों पर यात्रियों की संख्या नियंत्रित करने का निर्णय लेकर केदारनाथ में प्रतिदिन 12 हजार बद्रीनाथ में 15हजार,गंगोत्री में 7000 और यमुनोत्री धाम में 4हजार यात्रियों को ही आ पाने की अनुमति का आदेश जारी किया है..विधायक संजय डोभाल ने जनता से यह भी अपील की है कि वह तीर्थयात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करें, जगह-जगह पर उनका स्वागत करें,उन्हें सम्मान दें, जिससे यमुनोत्री धाम की अच्छी छवि लेकर तीर्थयात्री वापस लौटें. विधायक ने तीर्थयात्रियों से भी अनुरोध किया कि उनके लिए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं, वे निष्फिक्र होकर यात्रा पर आएं.