देहरादून: मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये से समस्त जिलों के जिलाधिकारियों के संग बैठक की। मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के चलते हमारे कार्य करने तरीके में बदलाव आया है। कोरोना संक्रमण की वजह से हमने कुछ योजनाओं में ज्यादा फोकस किया है कुछ में कम। उन्होंने कहा कि अब परिस्थितियां बदल रही हैं, अब वक्त है कि योजनाओं को जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जाए। उन्होंने कहा कि योजना के पूरे होने के पश्चात आम जनता का फीडबैक लेने के बाद ही किसी योजना की सफलता और असफलता माना जाना चाहिएऔर योजनाएं धरातल पर उतर सकें इसके चलते हम सभी को अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के टारगेट को ससमय प्राप्त किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग पेंडेंसी समाप्त करें। पेंडेंसी एक बड़ी समस्या है, इसे अभियान चला कर खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिला योजना के अप्रूवल 31 मार्च तक ले लिए जाने चाहिए ताकि नए सत्र का कार्य 1 अप्रैल से शुरू किया जा सके। इसके लिए प्लान तैयार किया जाए। उन्होंने शिकायत निवारण के क्षेत्र में कमजोर वर्ग पर अधिक फोकस करने के निर्देश दिए। कहा कि कार्यों में तेजी लाते हुए इस बात का विशेषरूप से ध्यान रखा जाए कि गुणवत्ता में किसी भी तरह की कमी न हो। प्रमुख सचिव आर सुधांशु ने कहा कि योजनाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए निश्चित समयांतराल में मॉनिटरिंग की जाए। बेनिफिसियरी ओरिएंटेड स्कीम्स को समय से पूरा किया जाए। सचिव ऊर्जा राधिका झा ने कहा कि इंटीग्रेटेड सोलर फार्मिंग एवं पिरूल से विद्युत उत्पादन में काफी अच्छा कार्य चल रहा है। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना में आवेदकों को ऋण दिलाने आदि में मदद कियी जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का लाभ ले सकें। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव एल. फैनई, सचिव सुशील कुमार एवं आर. राजेश कुमार उपस्थित थे।