बरसात के मौसम की शुरआत हो चुकी है और इन दिनों ख़राब मौसम के कारण उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार खतरा बना हुआ है चाहे बात गढ़वाल की हो या कुमाऊं की स्थिति एक सी बनी हुई है। लगातार पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार आफत की बारिश होने से पर्वतीय ग्रामीण इलाकों में जीवन यापन करना एक चुनौती बन गया लोग इन उफनती हुई नदियों की इन तस्वीरों से इस आने वाले जलप्रलय का अंदाजा लगा कर खौप में है। राज्य के प्रतेक जिले से इस प्रकार का भयानक रूप प्रकृति का देखने को मिल रहा हैं। राज्य के पिंडर, अलकनंदा, मंदाकिनी, भागीरथी और रिस्पना जैसी नदियां उफान पर हैं।जिनका जलस्तर खतरे के निशान से भी ऊपर हो रहा है। मौसम विज्ञान देहरादून ने अलर्ट जारी किया है मौसम विभाग ने कहा है कि पहाड़ी जिलों में छोटी नदियों एवं नालों के इर्दगिर्द रहने वाले मवेशियों को अनिवार्य रूप से सावधान रहने की जरूरत है। रुद्रप्रयाग ,चमोली और हरिद्वार तक विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम ने अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया है। बता दे की रुद्रप्रयाग जिले के जग्वाड़ी बाईपास पर निर्मित पुल इस जलसैलाब में बह गया है। एसडीएम रुद्रप्रयाग बृजेश तिवारी ने इसकी पुष्टि की है । यहां की नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है।
rachna rawat